scriptजुलूस के रूप में साध्वीवृंद का चातुर्मास प्रवेश | Chaturmas entry of Sadhvi Vrinda in the form of procession | Patrika News

जुलूस के रूप में साध्वीवृंद का चातुर्मास प्रवेश

locationजोधपुरPublished: Jul 03, 2022 10:08:31 am

Submitted by:

Nandkishor Sharma

साधुमार्गी जैन संघ के 6 चातुर्मास कार्यक्रम जोधपुर में

जुलूस के रूप में साध्वीवृंद का चातुर्मास प्रवेश

जुलूस के रूप में साध्वीवृंद का चातुर्मास प्रवेश

जोधपुर. आचार्य महाश्रमण की शिष्या साध्वी जिनबाला ने अन्य सहवर्तिनी साध्वीवृंद के साथ शनिवार सुबह पावटा से विहार कर सरदारपुरा स्थित मेघराज तातेड भवन में चातुर्मास मंगल प्रवेश किया। अमरनगर, कुडी, सरदारपुरा, शहर, पावटा, पार्श्वनाथ सिटी, उम्मेद हेरिटेज आदि के श्रावक समाज भी साध्वी के चातुर्मास प्रवेश कार्यक्रम में मौजूद रहे। तातेड भवन में साध्वी सुमंगला, साध्वी शिक्षाप्रभा व साध्वी महकप्रभा ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया। साध्वी करूणाप्रभा, साध्वी भव्यप्रभा ने श्रावकों को चातुर्मास में धर्माराधना के लिए प्रेरित किया। तेरापंथी सभा जोधपुर अध्यक्ष पन्नालाल कागोत, वरिष्ट श्रावक जिनेश्वर तातेड, तेयुप सरदारपुरा अध्यक्ष महावीर चौधरी, तेयुप जोधपुर अध्यक्ष मितेश जैन, महिला मंडल मंत्री चंद्रा जीरावला, महासभा के विधि सलाहकार एकलव्य भंसाली, गुलाब नाहटा, ज्ञानशाला संयोजक बीआर जैन आदि ने साध्वीवृंद का स्वागत किया। सभाध्यक्ष सुरेश जीरावला ने स्वागत उद्बोधन दिया गया। सभा का संचालन महावीर चौपडा ने किया।
साधुमार्गी जैन परम्परा के राष्ट्रीय संत का चातुर्मास इस बार उदयपुर में

साधुमार्गी जैन परम्परा के राष्ट्रीय संत आचार्य रामेश का चातुर्मास इस बार उदयपुर में होगा। साधुमार्गी जैन परम्परा की स्थापना के पश्चात् यह पहला मौका होगा कि जोधपुर में भी इस बार साधुमार्गी जैन संघ के 6 चातुर्मास कार्यक्रम सम्पन्न होंगे। साध्वी मंजुला श्रीजी का चातुर्मास समता भवन, आचार्य नानेश मार्ग, कमला नेहरू नगर प्रथम विस्तार और साध्वी लघुता श्रीजी, साध्वी प्रभात श्रीजी एवं साध्वी साक्षी श्रीजी का चातुर्मास अरविन्द नगर, गोल्फ कोर्स, साध्वी प्रमिला का चातुर्मास आचार्य उदयसागर समता भवन, महामन्दिर, साध्वी विकास श्रीजी का चातुर्मास जैन इनक्लैव एवं पाल गांव संयुक्त रूप से एवं साध्वी खुशाल श्रीजी का चातुर्मास रूपनगर, पाल रोड क्षेत्र में आयोजित किया जाएगा। महामंत्री सुरेश सांखला ने बताया कि चातुर्मास के दौरान, एकासन, आयम्बिल, उपवास, तेला, अठाई, मासखामण आदि तप, सामायिक, प्रतिक्रमण, दयाव्रत, दयाभाव आदि विभिन्न धार्मिक आराधना तथा विभिन्न स्थलों पर नियमित धार्मिक प्रवचन, धर्म चर्चा, सामायिक, प्रतिक्रमण, तपस्या, आराधना की जाएगी।
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