शेखावत ने राजस्थान में जल जीवन मिशन के कार्य को तेजी देने के लिए ध्यान आकर्षित किया। उन्होंने बताया कि 2019-20 के दौरान राज्य ने 18 लाख नल कनेक्शन की तुलना में सिर्फ 1 लाख नल कनेक्शन दे दिए हैं। अब वर्ष 2020-21 के लिए 35 लाख परिवारों को नल कनेक्शन देने का लक्ष्य रखा गया है। जबकि राजस्थान पहले से ही जल की कमी और भूजल में भी प्रदूषण की समस्या से जूझ रहा है।
फैक्ट फाइल
– 1051 करोड़ रुपए प्रदेश को पिछले वित्तीय वर्ष में मिले।
– 2522 करोड़ रुपए इस वर्ष आवंटित किए गए।
– 1145 करोड़ फ्लोराइड बस्तियों को पानी उपलब्ध करवाने के लिए दिए गए।
(केन्द्रीय मंत्री के पत्र उल्लेख के आधार पर)
– 1051 करोड़ रुपए प्रदेश को पिछले वित्तीय वर्ष में मिले।
– 2522 करोड़ रुपए इस वर्ष आवंटित किए गए।
– 1145 करोड़ फ्लोराइड बस्तियों को पानी उपलब्ध करवाने के लिए दिए गए।
(केन्द्रीय मंत्री के पत्र उल्लेख के आधार पर)
तो 6 माह में 50 लाख नल को पानी
जिन परिवारों को नल कनेक्शन नहीं मिल सके हैं, उनमें से अधिकांश परिवार समाज के गरीब वर्ग, अनुसूचित जाति और जनजाति के हैं। यदि पाइप जल प्रणाली वाले इन गांवों में शेष बचे परिवारों को मौजूदा स्कीमों की रिट्रोफिटिंग स्तरोन्नयन का काम लेकर नल कनेक्शन दिए जाएं तो अगले 4 से 6 माह में 50 लाख घरों को नल कनेक्शन उपलब्ध कराए जा सकते हैं।
जिन परिवारों को नल कनेक्शन नहीं मिल सके हैं, उनमें से अधिकांश परिवार समाज के गरीब वर्ग, अनुसूचित जाति और जनजाति के हैं। यदि पाइप जल प्रणाली वाले इन गांवों में शेष बचे परिवारों को मौजूदा स्कीमों की रिट्रोफिटिंग स्तरोन्नयन का काम लेकर नल कनेक्शन दिए जाएं तो अगले 4 से 6 माह में 50 लाख घरों को नल कनेक्शन उपलब्ध कराए जा सकते हैं।