किसानों ने कई बार आंदोलन किए
किसान अजय चौधरी ने बताया कि इस दूषित पानी को रोकने के लिए किसानों ने कई बार आंदोलन कर सरकार व सरकारी नुमाइंदों से समस्या समाधान की गुहार लगाई, लेकिन किसानों को आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला है।
किसान अजय चौधरी ने बताया कि इस दूषित पानी को रोकने के लिए किसानों ने कई बार आंदोलन कर सरकार व सरकारी नुमाइंदों से समस्या समाधान की गुहार लगाई, लेकिन किसानों को आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला है।
खत्म हो जाएगी उपजाउ क्षमता
किसानों ने बताया कि पहले धुंधाड़ा क्षेत्र में करीब तीन सौ खेतों में रबी की फसल होती थी। इससे किसानों को रोजगार मिलता था, लेकिन अब हालात यह है कि लगातार दूषित पानी आने के कारण मात्र दो दर्जन खेतों में ही रबी की फसल हो रही है। किसानों ने बताया कि यहीं हालात रहे तो एक दिन ऐसा आएगा जब किसानों के खेतों की उपजाउ क्षमता पूरी तरह नष्ट हो जाएगी।
किसानों ने बताया कि पहले धुंधाड़ा क्षेत्र में करीब तीन सौ खेतों में रबी की फसल होती थी। इससे किसानों को रोजगार मिलता था, लेकिन अब हालात यह है कि लगातार दूषित पानी आने के कारण मात्र दो दर्जन खेतों में ही रबी की फसल हो रही है। किसानों ने बताया कि यहीं हालात रहे तो एक दिन ऐसा आएगा जब किसानों के खेतों की उपजाउ क्षमता पूरी तरह नष्ट हो जाएगी।
क्या कहते हैं किसान
दूषित पानी से हमारी उपजाउ जमीन लगातार बंजर हो रही है। इससे अब खेतों में फसल तो क्या घास भी नहीं उग रही है। पुखराज चौधरी, किसान किसानों के पास खेत ही है, जिस पर वह खेती करके अपने परिवार का पालन-पोषण करता है। यदि खेत ही बंजर हो गए तो परिवार का पालन कैसे होगा। सरकार को दूषित पानी से किसानों के खेतों को बचाने के लिए कार्य करना चाहिए। मोहनलाल पटेल मेलबा, किसान
दूषित पानी से हमारी उपजाउ जमीन लगातार बंजर हो रही है। इससे अब खेतों में फसल तो क्या घास भी नहीं उग रही है। पुखराज चौधरी, किसान किसानों के पास खेत ही है, जिस पर वह खेती करके अपने परिवार का पालन-पोषण करता है। यदि खेत ही बंजर हो गए तो परिवार का पालन कैसे होगा। सरकार को दूषित पानी से किसानों के खेतों को बचाने के लिए कार्य करना चाहिए। मोहनलाल पटेल मेलबा, किसान