चिकित्सा विभाग की टीमें विदेशी सैलानियों पर रख रही नजर, कहीं घरवाले ही निकल जाएं कोरोना संदिग्ध
जोधपुर व प्रदेश में एक राज्य से दूसरे राज्य घूमकर आए लोगों की किसी प्रकार की स्क्रीनिंग को तवज्जो नहीं दी जा रही है। ऐसे में खतरा बना हुआ है कि स्वास्थ्य दल विदेशियों में कोरोना वायरस की रोकथाम करवा रहा है, ऐसा न हो कि वायरस स्थानीय लोगों में निकले।

जोधपुर. इन दिनों ज्यादाततर चिकित्सा विभाग की टीमों का फोकस विदेश से आने वाले सैलानियों पर है। इसके बाद दूसरा कोरोना वायरस पीडि़तों के शहर से आए लोगों की स्क्रीनिंग करवाई जा रही है। जबकि जोधपुर व प्रदेश में एक राज्य से दूसरे राज्य घूमकर आए लोगों की किसी प्रकार की स्क्रीनिंग को तवज्जो नहीं दी जा रही है। ऐसे में खतरा बना हुआ है कि स्वास्थ्य दल विदेशियों में कोरोना वायरस की रोकथाम करवा रहा है, ऐसा न हो कि वायरस स्थानीय लोगों में निकले। इस बारे में प्रशासन के पास भी कोई प्लान नहीं है। इस संबंध में अभी तक किसी प्रकार की एडवाइजरी व आदेश नहीं निकाले गए हैं।
पूणे व मुंबई से आए कईयों की तबीयत खराब, लेकिन नहीं भर रहे सैंपल
शहर में कई मरीज पूणे व मुंबई से जोधपुर अपने निवास पर आए हुए हैं।, जिनकी सेहत नासाज है। कइयों की जानकारी पत्रिका के पास है, लेकिन ये लोग एमडीएम अस्पताल पहुंचे तो इन्हें सर्पोटिव ट्रीटमेंट देकर घर के लिए रवाना कर दिया गया। जबकि इन्हें स्वास्थ्य सही न होने पर तीन दिन बाद पुन: आकर दिखाने की नसीहत दी गई। जबकि एम्स जोधपुर के कई डॉक्टर्स ने संदेह के आधार ही अपनी जांचें करवा ली। हालांकि ये सभी जांच में नेगेटिव निकले।
इनका कहना है...
हमारा पूरा फोकस राज्य सरकार की एडवाइजरी पर है। उसी अनुसार कार्य होगा। आईसीएमआर व अन्य उच्च स्तर पर इन कार्रवाई का निर्णय लिया जाएगा।
- डॉ. बलवंत मंडा, सीएमएचओ
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