क्लेट परीक्षा पहली बार 2008 में शुरू हुई थी तब इसका आयोजन एनएलयू बेंगलुरू की ओर से किया गया था। पहली क्लेट में केवल 11 हजार 300 विद्यार्थी शामिल हुए थे। उस दौर में छात्रों का रुझान इंजीनियरिंग की तरफ अधिक था। वर्ष 2015 के बाद इंजीनिरिंग के प्रति क्रेज खत्म होने से क्लेट की तरफ विद्यार्थी डायवर्ट हुए। अब क्लेट में प्रवेश के लिए एक सीट के लिए करीब 30 विद्यार्थियों में मुकाबला है।
क्लेट में बढ़ती विद्यार्थियों की संख्या वर्ष ------ परीक्षार्थी 2008 ------ 11300 2009 ------ 13600 2010 ------ 17300 2011 ------ 24000 2012 ------ 26000 2013 ------ 30000 2014 ------ 31200
2015 ------ 43000 2016 ------ 45000 2017 ------ 50600 2018 ------ 58000 2019 ------ 60000 2020 ------ 75000 2021 ------ 70000 2022 ------ 80000 2012 में जोधपुर ने करवाई थी क्लेट
क्लेट परीक्षा में देश के 22 एनएलयू शामिल है। क्लेट के आयोजन की जिम्मेदारी बारी-बारी से सभी एनएलयू लेते हैं। एनएलयू जोधपुर ने वर्ष 2012 में क्लेट का आयोजन करवाया था। इस साल एनएलयू रायपुर को क्लेट जिम्मेदारी दी गई है। एलएलयू दिल्ली अपने प्रवेश परीक्षा आइलेट अलग से आयोजित करता है।
काउंसलिंग फीस 50000 से 30000 की क्लेट कंसोर्टियम ने विद्यार्थियों को राहत देते हुए इस साल काउंसलिंग फीस घटा दी है। अब 50 हजार की जगह सामान्य श्रेणी के विद्यार्थियों को 30 हजार और अन्य श्रेणी के विद्यार्थियों को 20 हजार रुपए देने होंगे।
2700 सीटों के लिए होगी परीक्षा, क्वारेंटाइन होंगे छात्र क्लेट परीक्षा के जरिए 22 एनएलयू की 2700 सीटों पर प्रवेश मिलेगा। देश की अन्य परीक्षा एजेंसियों ने परीक्षाओं के दौरान कोविड प्रोटोकॉल में भले ही छूट दे दी हो लेकिन क्लेट कंसोर्टियम ने अपने प्रोटोकॉल बरकरार रखे हैं। परीक्षा केेंद्र में प्रवेश के दौरान यदि किसी परीक्षार्थी का तापमान अधिक होता है तो उसे परीक्षा केेंद्र में अलग से बने क्वारेंटाइन रूम में बैठाया जाएगा। परीक्षार्थियों को फेस मास्क/शिल्ड पहननी अनिवार्य होगी।
राजस्थान में 3 शहरों में परीक्षा क्लेट परीक्षा प्रदेश के तीन शहरों जोधपुर, जयपुर और कोटा में होगी। जोधपुर में परीक्षा के लिए तीन परीक्षा केंद्र एनएलयू जोधपुर, आयुर्वेद विवि और मंडोर रोड स्थित बीआर अम्बेडकर आवासीय विद्यालय को परीक्षा केेंद्र बनाया गया है। परीक्षा 19 जून को दोपहर दो से अपराह्न चार बजे तक ऑफलाइन मोड पर होगी।
-------------------- विधि के क्षेत्र में बढ़ती संभावनाओं व रोजगार के अवसरों के चलते क्लेट की तरफ विद्यार्थियों का रुझान लगातार बढ़ता जा रहा है। राजेंद्र खदाव, निदेशक, क्रेक क्लेट