जांच अधिकारी उप निरीक्षक मदनलाल का कहना है कि मास्टरमाइंड से जब्त 53 क्रेडिट कार्ड से सवा से डेढ़ करोड़ की ठगी की पुष्टि हो चुकी है। क्रेडिट कार्ड के धारकों से सम्पर्क कर ठगी की जानकारी ली जाएगी। जब्त क्रेडिट कार्ड में जोधपुर के अलावा अन्य जिलों के कार्ड धारक भी शामिल हैं। अंदेशा है कि आरोपियों ने निजी बैंक के क्रेडिट कार्ड से भी धोखाधड़ी की है।
पढ़िए : Crdit Card धोखाधड़ी में ग्राहकों पर नहीं पड़ेगा वित्तीय भार : एसबीआइ यह था मामला एसबीआइ की दिल्ली स्थित इंवेस्टीगेशन विंग की सूचना पर सरदारपुरा थाना पुलिस ने गुरुवार देर शाम थाने से कुछ दूर सी रोड पर कॉम्प्लेक्स के भूतल में बने ऑफिस में छापा मारकर एक आरोपी को गिरफ्तार कर 150 क्रेडिट कार्ड, आठ स्वैप मशीनें व कई मोबाइल सिम जब्त किए। पुलिस के अनुसार ऑफिस की तलाशी लेने पर विभिन्न बैंकों के 150 क्रेडिट कार्ड, आठ स्वैप मशीनें व कई मोबाइल सिम जब्त की गई। आरोपी सरदारपुरा निवासी हेमंत माहेश्वरी छह-सात माह से लोगों के क्रेडिट कार्ड अपने ऑफिस में ही स्वैप मशीनों से लोगों की पूरी लिमिट राशि अपने खाते में जमा कर रहा था।
लोन के लिए दस्तावेज से जारी करवाता क्रेडिट कार्ड हेमंत आमजन को लोन दिलाने के नाम पर दस्तावेज जमा करता है। फिर इन कागजों को बैंक में पेश कर क्रेडिट कार्ड जारी करवाता है। बैंक से क्रेडिट कार्ड कूरियर से संबंधित पते पर रवाना होते ही वह कूरियर वाले से सम्पर्क कर बीच रास्ते में क्रेडिट कार्ड हथिया लेता।
1.50 करोड़ ठगे पुलिस का कहना है कि प्रत्येक क्रेडिट कार्ड में बैंक एक से डेढ़ लाख रुपए तक का सामान खरीदने की लिमिट देता है। आरोपी से 150 क्रेडिट कार्ड जब्त किए गए। इस हिसाब से छह-सात माह में उसने 1.50 करोड़ से अधिक रुपए अपने खाते में हस्तांरित कराए।
एक ही जगह पर गड़बड़ी होने से आया पकड़ में हेमंत ऑफिस में फर्जीवाड़ा कर रहा था, जबकि भुगतान एक भी क्रेडिट कार्ड का जमा नहीं हुआ। ऐसे में एसीबीआइ की दिल्ली स्थित इंवेस्टीगेशन विंग ने जांच की तो एक ही जगह से सभी कार्ड की राशि स्थानान्तरित होने पर संदेह हुआ। वहां से जोधपुर पुलिस को सूचना दी गई।