उप निरीक्षक देवाराम ने बताया कि मधुबन हाउसिंग बोर्ड में सेक्टर-२ ‘ज’ निवासी ओमप्रकाश पुत्र पन्नालाल वैष्णव की क्षेत्र में ही जगन्नाथ कृपा सलेक्शन नामक रेडीमेड कपड़ों की एक दुकान है। मध्यरात्रि तीन-चार बजे मोटरसाइकिल सवार दो युवक वहां आए। इनमें से एक युवक ने रंग छिड़कने में प्रयुक्त होने वाली पिचकारी की मदद से शटर के नीचे से दुकान में ज्वलनशील पदार्थ छिड़क कर आग लगा दी। इसके बाद दोनों वहां से चलते बने। गश्त करने वाले चौकीदार ने धुआं निकलते देखा तो दुकान मालिक को सूचना दी। बाद में उन्होंने आग पर काबू पाया। आग से वहां रखे कुछ कपड़े जल गए। सूचना पर पुलिस भी वहां पहुंची और मौका मुआयना किया। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर युवकों की तलाश की जा रही है। दोनों की पहचान नहीं हो पाई है और न ही आग लगने के कारणों का पता नहीं लग पाया है।
सूरसागर में सामान्य होने लगे हालात, पांच और एफआईआर मारपीट के बाद दो गुटों की भिड़ंत से उपजे बवाल के चौथे दिन सूरसागर के व्यापारियों का मोहल्ला व रूपावतों का बास में तनाव कम होने से हालात सामान्य हुए हैं। पुलिस व आरएसी जवानों की तैनातगी के बीच क्षेत्रवासियों की दिनचर्या भी पहले भी भांति रफ्तार पकडऩे लगी है। उधर, सूरसागर थाने में सोमवार को पांच और मामले दर्ज किए गए। अभी तक कोई भी आरोपी पकड़ में नहीं आया है। फिलहाल यह भी पता नहीं लग पाया है कि दोनों गुटों के युवक किन कारणों से युवक की पिटाई कर रहे थे।
चबूतरियों पर हथाइयों का दौर फिर शुरू गत शुक्रवार रात तोड़-फोड़ व आगजनी के बाद क्षेत्र में हालात तनावपूर्ण हो गए थे। व्यापारियों का मोहल्ला, रूपावतों का बास, सुभाष चौक व आस-पास के क्षेत्र में पुलिस-आरएसी तैनात कर दी गई थी। डर के चलते लोग घरों में दुबक गए थे, लेकिन अब स्थिति में सुधार होने लगा है। उपद्रव के चौथे दिन सोमवार को धूप खिलने के साथ ही क्षेत्रवासी भी घरों से बाहर निकले और चबूतरियों पर बैठकर हथाइयां करने लगे।
दिन-रात पुलिस तैनात, गलियों में पुलिस की गश्त थानाधिकारी मुक्ता पारीक ने बताया कि तनाव कम होने व स्थिति सामान्य होने के बावजूद एेहतियात के चलते पुलिस और आरएसी तैनात है। रात को भी पुलिस लगातार गश्त करती रही। मौजिज लोगों की मदद से शांति बनाए रखने की कोशिश की जा रही है।
अब तक सात एफआईआर दर्ज दो गुटों की भिड़ंत के बाद तोड़-फोड़ व आगजनी और उपद्रव का शिकार होने वाले लोग शिकायत लेकर पुलिस के पास पहुंचने लगे हैं। थानाधिकारी मुक्ता पारीक व राजस्थान पत्रिका के फोटो जर्नलिस्ट एसके मुन्ना की तरफ से एफआईआर दर्ज की गई थी। इसके बाद सोमवार को विकास जैन व आगजनी से नुकसान झेलने वालों चार अन्य व्यक्ति थाने आए और एफआईआर दर्ज कराई। इस प्रकार सात मामले दर्ज हो चुके हैं।