— प्रभावित होंगे जोधपुर के हजारों आर्टिजन-हस्तशिल्पी वर्तमान में एमइआइएस स्कीम के तहत हैण्डीक्राफ्ट, टेक्सटाइल्स, स्टील व अन्य कुटीर उद्योगों को सरकार की ओर से निर्यात पर ५ प्रतिशत ड्रॉबैक इंसेंटिव मिल रहा है। जोधपुर से हैण्डीक्राफ्ट उत्पादों का सालाना 2500 करोड़ टर्नओवर है। इससे करीब 1 लाख से ज्यादा आर्टिजन, हस्तशिल्पी जुडे़ हुए है। प्रतिस्पर्धा के दौर में कई निर्यातक एेसे है, जो लागत मूल्य पर ही अपने उत्पादों का निर्यात कर रहे है। एेसे निर्यातकों व उनके लिए काम करने वाले आर्टिजनों के लिए यह इंंंसेंटिव वरदान है। अगर यह स्कीम बंद होती है तो देश सहित जोधपुर के निर्यातकों को झटका लगेगा व परोक्ष रूप से हजारों आर्टिजन प्रभावित होंगे।
— सरकार की ओर से हैण्डीक्राफ्ट सहित सभी निर्यात उद्योगों के लिए एमइआइए इंसेंटिव स्कीम एक प्रोत्साहन है। अभी 5 प्रतिशत इंसेंटिव मिल रहा है। अगर यह स्कीम बंद होगी तो निर्यातकों के साथ हस्तशिल्पियों के लिए भी झटका होगा।
मनीष पुरोहित, सचिव जोधपुर हैण्डीक्राफ्ट्स एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन