यहां कार्मिकों ने प्रशिक्षण का प्रदर्शन किया। सांस्कृतिक कार्यक्रम भी हुआ। सम्मेलन में संभागीय आयुक्त बीएल कोठारी, पुलिस कमिश्नर प्रफुल्ल कुमार, कलक्टर प्रकाश राजपुरोहित, बीएसएफ आईजी अमित लोढा, सीआरपीएफ डीआईजी महेंद्र कुमार, आरपीटीसी डीआईजी विष्णुकांत सहित कई अधिकारी व कार्मिक शामिल हुए। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 2014 में जोधपुर में सीआरपीएफ के रिक्रूट ट्रेनिंग सेंटर को मंजूरी दी थी लेकिन भूमि अवाप्ति में देरी के चलते इसे अस्थाई रूप से सूरतगढ़ शिफ्ट कर दिया गया था। पालड़ी खिचियान में इसका स्वयं का भवन बनकर तैयार होने के बाद मार्च में औपचारिक उद्घाटन किया गया। यहां कांस्टेबल का 44 सप्ताह का प्रशिक्षण दिया जाता है, जिसमें जवानों को युद्ध कला, विभिन्न तरह के हथियार, जंगल में रहना, शारीरिक प्रशिक्षण, फुट ड्रील, कानून व्यवस्था, बचाव एवं राहत कार्य और चुनाव ड्यूटी का प्रशिक्षण दिया जाता है।