बिलाड़ा में फॉरेसिंक एक्सपर्ट के नहीं होने से चिकित्सकों ने बिलाड़ा में पोस्टमार्टम करने से मना कर दिया, जिस पर पीहरपक्ष वाले मृतका के शव को पोस्टमार्टम के लिए महात्मा गांधी चिकित्सालय जोधपुर लेकर गए। पोस्टमार्टम प्रक्रिया में देरी के कारण शुक्रवार को मृतका का दाह संस्कार नहीं हो पाया।
जानकारी के अनुसार शुक्रवार अलसुबह किरण सीरवी का शव घर के फ र्श पर मिलने के बाद पति रमेश सीरवी व अन्य परिजन उसे निजी वाहन में बिलाड़ा ट्रोमा सेंटर लेकर आए ,जहां चिकित्सको ने उसे मृत बताया। तब ससुराल पक्ष के लोग शव को वापस घर ले गए। सूचना मिलने पर पीहर पक्ष के लोग ट्रोमा सेंटर पहुंचे । साथ ही सूचना मिलने पर पुलिस उप अधीक्षक मुमताज खां, थानाधिकारी सीताराम खोजा, उपनिरीक्षक ओमप्रकाश सहित पुलिस जाब्ता मौके पर पहुंचा।
थानाधिकारी खोजा ने बताया कि पूनाराम पुत्र जोगाराम सीरवी निवासी बेरा रोहिडा खारिया मीठापुर ने थाने में रिपोर्ट दी कि उनकी बेटी किरण की शादी करीब 6 साल पहले रमेश सीरवी पुत्र मोहनलाल सीरवी निवासी बेरा नवोडा खारिया मीठापुर के साथ हुई थी। सात महीने तक तो सब कुछ ठीक-ठाक चला, उसके बाद किरण के पति रमेश, ससुर मोहन लाल व सास सुखी देवी उसे तंग व परेशान करने लगे। आए दिन दहेज के लिए परेशान करने लगे । उसे शारीरिक व मानसिक यातनाएं देने लगे।
कुछ दिनों तक तो बेटी ने सब कुछ सहन किया और गुमशुम रहने लगी। जब हमनें उससे पूछा तो उसने बताया कि पति ,सास और ससुर दहेज के लिए तंग व परेशान करते रहते हैं। दो वर्ष पूर्व भी इस प्रकार का मामला हुआ था,तब हम परिजन उन्हें समझाने के लिए गए थे।
सुबह करीब 4 बजे फोन पर सूचना मिली कि तुम्हारी बेटी किरण छत से नीचे गिर गई है। तब मैं और मेरी पत्नी लीला दोनों अस्पताल बिलाड़ा आए तो मेरी बेटी किरण की मृत्यु हो चुकी थी । मैंने मेरी बेटी किरण के शव को देखा तो उसके शरीर पर जगह-जगह चोटें थी व गले पर भी नाखूनों के निशान थे।
उन्होंने आरोप लगाया कि किरण को उसके पति रमेश, ससुर मोहन लाल व सास सुखी देवी ने दहेज में गहने की मांग को लेकर मारपीट कर हत्या की है ।