परिणामस्वरुप कॉलोनी में लगातार प्रदूषित पानी का स्तर बढ़ता जा रहा है। हालात इस कदर विकट हो चुके हैं कि अब यहां के लोग इस पानी की चपेट में आकर बीमार हो रहे हैं। इन लोगों की कई रातें और दिन इसी उम्मीद में कट रही हैं कि कभी तो इस समस्या का समाधान होगा, लेकिन अखिर कब..? यह कोई नहीं जानता। इस बार भी जल्द ही मानसून दस्तक देने वाला है और एक बार फिर से डर्बी कॉलोनी पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। पिछले वर्ष भी कई नेताओं व अफसरों ने यहां आकर लोगों को राहत दिलाने के कई वादे तो किए, लेकिन उन वादों को कोई भी अमलीजामा नहीं पहना सका। पेश है एक रिपोर्ट-
343 दिन बाद भी खाली हाथ जिला कलक्टर
कॉलोनी के लोगों की समस्या व विरोध प्रदर्शन को देखते हुए जिला कलक्टर डा.रवि सुरपुर ने पिछले वर्ष 6 जून को डर्बी कॉलोनी का दौरा कर लोगों को समस्या के समाधान के प्रति आश्वस्त किया था। उस समय लोगों में उम्मीद जगी थी कि अब बरसों से जिस प्रदूषित पानी का दंश वो भोग रहे हैं उससे मुक्ति मिलेगी, लेकिन शायद कलक्टर साहब वादा भूल गए। दौरे के 343 दिन बीत जाने के बाद भी कलक्टर लोगों की समस्याओं का समाधान नहीं कर पाए हैं।
विधायक भी नहीं दिला पाई राहत
लोगों की सबसे बड़ी उम्मीद स्थानीय सूरसागर विधानसभा क्षेत्र की विधायक सूर्यकांता व्यास से थी, जिन्होंने भी पिछले वर्ष जून में दौरा कर डर्बी कॉलोनी के हालात जाने थे। उस समय विधायक ने लोगों को समाधान का भरोसा दिलाया था, लेकिन विधायक लोगों के भरोसे पर खरा नहीं उतर पाईं। कॉलोनी के लोगों ने विधायक से विधानसभा में डर्बी कॉलोनी का प्रदूषित पानी का मुद्दा उठाने की मांग की थी, लेकिन विधायक विधानसभा से भी डर्बी कॉलोनी के लिए राहत के समाचार नहीं ला सकीं।
श्रमिकों में रोष
पिछले चार वर्षों से विकट समस्या का सामना कर रहे श्रमिकों में प्रशासन के प्रति रोष है। यहां रह रहे श्रमिकों का कहना है कि प्रशासन उनके हालात जानने के बावजूद भी समस्या के समाधान के लिए उचित कदम नहीं उठा रहा है।