जयपुर जेल में बंदियों के कोरोना संक्रमित होने के बाद जोधपुर सेन्ट्रल जेल का निरीक्षण करने के दौरान शुक्रवार शाम जेल डीजी एनआरके रेड्डी ने पत्रकारों से वार्ता में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि लॉक डाउन से पहले से जेलों में बंदी फिनायल, झाड़ू, पोछा आदि तैयार कर रहे हैं। बदले में पारिश्रमिक दिया जा रहा है। अब मास्क व सेनेटाइजन भी बनाए जाने लगे हैं। कुछ समय पहले जेलों में बंदियों के काम-काज से चौदह लाख रुपए सालाना आय होती थी। जो अब बढ़कर दो करोड़ रुपए हो गई है। राज्य सरकार इस राशि को जेलों पर ही खर्च कर रही है।
जेलों में बनाए जाएंगे मसाले
डीजी रेड्डी ने कहा कि राज्य की सभी जेलों में खाद्य मसाले बनाए जाएंगे। जोधपुर के मथानिया की प्रसिद्ध लाल मिर्ची खरीदकर जेलों में ही मसाले बनाए जाएंगे। राज्य की जेलों में बीस हजार से अधिक बंदियों के खाने में काम लिया जाएगा। इसके बाद लाल मिर्ची पाउडर का अधिक उत्पादन होने पर बाजार में बेची जाएगी।