यहां से आते हैं मरीजकस्बे में संचालित होने वाली सीएचसी में आऊ, देणोक, ईन्दों का बास, बरसिगों का बास, सुवाप, ईशरू, समाधी, कड़वा, भादा, मोटोई,रणीसर, पडियाल, बरजासर, चिमाणा, चाखु, लुणा सहित आस-पास के दो दर्जन से अधिक गांवों के मरीज इलाज के लिए यहां आते हैं, लेकिन चिकित्सकों की कमी के कारण कई बार उन्हें निराश ही लौटना पड़ता है। गंभीर मरीज तो जोधपुर या फलोदी ले जाते समय रास्ते में ही दम तोड़ देते हैं।
ग्रामीणों ने कई बार की शिकायतें
ग्रामीणों ने चिकित्सालय में रिक्त पदों को भरने की मांग को लेकर मंत्री जनसुनवाई, लोक जनसुनवाई के अतिरिक्त चिकित्सा मंत्री को ज्ञापन भी भेजा ओर युवाओं ने सीएचसी के आगे रोष भी जताया, लेकिन हुआ कुछ नहीं। निप्र.
— चिकित्सालय में मैं एक मात्र चिकित्सक कार्यरत हूं। वो भी एक साल से अधिक समय से प्रतिनियुक्ति पर। मैंने सभी विभागीय अधिकारियों को बता दिया कि यहां वरिष्ठ चिकित्सक के छह पद स्वीकृत हैं और लगाया एक भी नहीं। पद रिक्तता से दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
हरिप्रसाद चौरसिया, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, सीएचसी आऊ।
हां, आऊ सीएचसी में चिकित्सकों के पद रिक्त हैं। इसके लिए मैं जल्द ही रिक्त पदों को भरवाने की व्यवस्था करवाता हूं। डॉ. सुनिल कुमार बिष्ट, सीएमएचओ जोधपुर।