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टांके में डूबे मासूम को लेकर भटकते रहे माता-पिता, चिकित्सक हड़ताल के आगे फिर मान ली हार

locationजोधपुरPublished: Dec 22, 2017 12:02:44 pm

Submitted by:

Abhishek Bissa

मंडोर सैटेलाइट अस्पताल में लाने पर शिशु रोग डॉक्टर नहीं मिले।

poor condition of patients due to doctors strike

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जोधपुर . तीन-चार साल का मासूम। घर के टांके में डूब गया। माता-पिता की सांसें फूल गईं। मोटरसाइकिल पर सवार माता-पिता दिल के टुकड़े को लेकर डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज सैटेलाइट अस्पताल पहुंचे। जहां जवाब मिला कि कोई शिशु रोग चिकित्सक यहां नहीं है। सभी हड़ताल पर हैं। इस बीच मां अपने बेटे को गोद में ही उल्टा कर पेट में घुसा पानी निकालने का जतन कर रही थी। बेरहम व्यवस्था से हारा पिता मोटरसाइकिल पर भरी सर्दी में अपने उघाड़े पुत्र को लेकर उम्मेद अस्पताल की आेर चल दिया। वहां मौजूद सीनियर चिकित्सकों ने बच्चे की सुध ली।

मंडोर नौ मील निवासी माता-पिता ने बताया कि बच्चा टांके में डूब गया था। मंडोर सैटेलाइट अस्पताल में लाने पर शिशु रोग डॉक्टर नहीं मिले। वे बच्चे को लेकर उम्मेद अस्पताल पहुंचे। उम्मेद अस्पताल में पहुंचने पर बच्चे को डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज शिशु रोग विभाग के सहायक आचार्य डॉ. विष्णु गोयल ने भर्ती कर लिया। बच्चे की जांच के लिए एक्सरे लिखा गया। उस समय तक बच्चे के हालात नियंत्रण में आ गए थे। एक्सरे जांच लिखने के बाद परिजन वहां से निकल गए, उनसे संपर्क साधना चाहा, लेकिन परिजन दिखे नहीं।
मंडोर में बच्चों का कोई डॉक्टर नहीं


मंडोर सैटेलाइट में अस्पताल में दो सेवारत शिशु चिकित्सक हैं। कुछ एसएन मेडिकल कॉलेज से लगाए गए रेजीडेंट और सीनियर रेजीडेंट डॉक्टर हैं। अस्पताल प्रभारी डॉ. राजेश टेवानी ने बताया कि इस दौरान सभी शिशु रोग चिकित्सक हड़ताल पर हैं। इस कारण से बच्चे को तुरंत उम्मेद अस्पताल ले जाने की सलाह दी गई।
एमजीएच और एमडीएम में १२ की मौत

रेजीडेंट चिकित्सकों की हड़ताल के दौरान बुधवार को ताजा आंकड़ों अनुसार एमजीएच व एमडीएमएच में कुल १२ मरीजों की मौत हो गई। इसमें एमडीएमएच में ११ और एमजीएच में एक मौत हुई हैं। एमजीएच अधीक्षक डॉ. पीसी व्यास, उम्मेद अस्पताल अधीक्षक डॉ. रंजना देसाई और एमडीएमएच अधीक्षक डॉ. शैतानसिंह राठौड़ का कहना है कि इलाज के अभाव में किसी की मौत नहीं हो रही है। अस्पताल में सभी सीनियर्स व्यवस्थाएं संभाले हुए हैं।
यहां इतने सेवारत चिकित्सक हड़ताल पर


एमडीएम में २२ में १२, उम्मेद में १६ में से ९, एमजीएच में १६ में से ४, सीएमएचओ जोधपुर में २६३ में से १७६, पावटा जिला अस्पताल में ३० में से १७, महिलाबाग जिला अस्पताल में १४ में ६, मंडोर सैटेलाइट में १५ में से ११, चौपासनी सैटेलाइट में १२ में से १, प्रतापनगर सैटेलाइट में ८ में से ५ और पूरे जोधपुर संभाग के जिलों में १२७७ में से ९३० सेवारत चिकित्सक हड़ताल पर हैं।
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