— कैमरों से मॉनिटरिंग विभाग ने लर्निंग लाइसेंस और परमानेंट लाइसेंस में आवेदन की प्रक्रिया ऑनलाइन करने के बाद ड्राइविंग ट्रायल लेने की प्रक्रिया में भी बदलाव किया है। ऑटोमेटेड ड्राइविंग ट्रेक से ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने की प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी हो जाएगी। ट्रेक पर कैमरों से मॉनीटरिंग की जाएगी और सभी टेस्ट के बाद आवेदक के पास-फेल का रिजल्ट निकाला जाएगा।
— यह होगा नई प्रक्रिया में -45 मिनट पहले पहुंचना होगा आरटीओ कार्यालय -20 मिनट की क्लास होगी ट्रायल से पहले -02 ड्राइविंग ट्रेक बनाए गए है कार्यालय में -04 प्रकार के ड्राइविंग टेस्ट देने होंगे चालक को
-01 दुपहिया, 1 ट्रेक होगा चौपहिया लाइसेंस के लिए —– 4 प्रकार के टेस्ट होंगे -पहले टेस्ट में यातायात नियमों की पालना करते हुए 8 का अंक बनाना जरूरी होगा -दूसरे टेस्ट में अंग्रेजी के एच अक्षर की तरह गाड़ी चलानी पडेगी
-तीसरे टेस्ट में गाड़ी पार्क करके दिखानी होगी -चौथे टेस्ट में गाड़ी चढ़ाते समय पीछे नहीं खिसकनी चाहिए। — ट्रेक का सिविल कार्य पूरा हो चुका है। अब सेंसर लगाने सहित कम्प्यूटराइज्ड काम बाकी है, जो मुख्यालय से निर्देशानुसार ही होगा।
विनोदकुमार लेगा जिला परिवहन अधिकारी जोधपुर