टिड्डी चेतावनी संगठन और कृषि विभाग की टीमों ने गुरुवार को भी प्रदेश के आधा दर्जन जिलों में टिड्डी नियंत्रण कार्यक्रम चलाया। अजमेर, बीकानेर, जैसलमेर, बाड़मेर, जोधपुर, पाली, नागौर, टोंक, कोट सहित कई जिलों में बची-खुची टिड्डी को मारने का प्रयास किया गया। दरअसल गुलाबी टिड्डी होने की वजह से यह अधिक ऊंचाई और तेज गति से उड़ रही है। ऐसे में एक बार में 40 से 50 प्रतिशत टिड्डी ही मरती है।
जोधपुर में फलोदी, सेखाला, लूणी व देचू पंचायत समिति के एक दर्जन से अधिक स्थानों पर टिड्डी पर पेस्टीसाइड स्प्रे किया गया। फलोदी में लंबे समय से टिड्डी पर पेस्टीसाइड स्प्रे किया जा रहा है, बावजूद इसके प्रतिदिन यहां टिड्डी का कोई न कोई दल आ ही जाता है।