इयरबुक से जुड़े सुशील शर्मा और देवेश राखेचा ने बताया कि इस एजुकेशन समिट में 8 देशों के साथ 17 राज्यों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया था। राजस्थान से करीब तीन-चार और एजुकेशन इनोवेशन करने वाले लोग शामिल थे। राजस्थान के उच्च शिक्षा मंत्री भंवरसिंह भाटी ने भी इस आइडिया की प्रशंसा की।
क्या है इयरबुक आईआईटी और आईआईएम जैसे संस्था के वे स्टूडेंट्स को अपना कोर्स पूरा कर रहे होते हैं वे अपने कॉलेज एक्सीपीरिएंस और अपने दोस्तों के बारे में कुछ यादें संजोना चाहते हैं। इयरबुक के जरिये इन यादों को पहले वेबसाइट व अब एप के जरिये कंपाइल किया जाता है। इसके बाद उस संस्था की मदद से इनको प्रकाशित कर स्टूडेंट्स को दी जाती है। विशाल शर्मा ने बताया कि ईयरबुक इनोवेशन से अब तक देश-विदेश के करीब 100 संस्थान जुड़ चुके हैं।
मंच से बताया मारवाड़ी आइडिया इस समिट में इस मारवाड़ी इनोवेशन का आइडिया सभी के साथ शेयर करने को कहा गया। देवेश ने इसका प्रजेंटेशन दिया तो सभी को पसंद आया। इस इयरबुक से अब तक दुबई, होंगकोंग और सिंगापुर के कई इंस्टीट्यूट भी जुड़ चुके हैं।