विवि के कर्मचारी पूर्व अध्यक्ष महेंद्र सिंह चारण, किशनसिंह गुर्जर, अशोक व्यास, रामदत्त हर्ष और गिरीष ओझा के नेतृत्व में सुबह से ही विवि के केंद्रीय कार्यालय में प्रदर्शन कर रहे थे। सिण्डीकेट बैठक के बाद दोपहर २ बजे जब रजिस्ट्रार चंचल वर्मा केंद्रीय कार्यालय पहुंची तो उनका भी रास्ता रोका गया। वर्मा ने नीचे उतरकर कर्मचारियों की बात सुनी और उसके बाद उन्हें वार्ता के लिए अंदर बुलाया। कर्मचारियों ने वार्ता में बताया कि वर्ष २०१३ के बाद अब तक गैर शैक्षणिक कर्मचारियों की पदोन्नति नहीं हुई है। ९, १८ व २७ का परिलाभ भी लंबे समय से बंद है।