इन जिलों में प्रकरण
भरतपुर, बीकानेर, धौलपुर, हनुमानगढ़, जयपुर प्रथम, जोधपुर, कोटा, पाली व सवाई माधोपुर में आशाओं ने एक लाख से अधिक प्रोत्साहन राशि प्राप्त की है। भरतपुर में एक आशा सहयोगिनी ने 9 माह में 1010675, बीकानेर में 101525, 116475, 116680, धौलपुर में 151480, 122930, हनुमानगढ़ में 102130, जयपुर प्रथम में 100780, 100610, जोधपुर में 103450 जैसे सहित अन्य जिलों में 19 आशाओं ने 1 लाख से अधिक का प्रोत्साहन भुगतान लिया है।
भरतपुर, बीकानेर, धौलपुर, हनुमानगढ़, जयपुर प्रथम, जोधपुर, कोटा, पाली व सवाई माधोपुर में आशाओं ने एक लाख से अधिक प्रोत्साहन राशि प्राप्त की है। भरतपुर में एक आशा सहयोगिनी ने 9 माह में 1010675, बीकानेर में 101525, 116475, 116680, धौलपुर में 151480, 122930, हनुमानगढ़ में 102130, जयपुर प्रथम में 100780, 100610, जोधपुर में 103450 जैसे सहित अन्य जिलों में 19 आशाओं ने 1 लाख से अधिक का प्रोत्साहन भुगतान लिया है।
कहां गलती हो सकती है और क्या हो सकता है… स्वास्थ्य विभाग के विशेषज्ञों के अनुसार कई क्षेत्र में यदि आशा अपनी बेस्ट सेवाएं देती हैं और क्षेत्र अनुसार जनसंख्या अच्छी है तो टारगेट अचीव किया जा सकता है। आशा अपना क्लेम फार्म एएनएम के माध्यम से सबमिट करती हैं। एलएचवी से वेरिफकेशन होने के बाद पीसीटीएस से मिलान किया जाता है। इसमें करीब दो दर्जन गतिविधियों में प्रोत्साहन राशि देय है। आशाओं की ढाई से तीन हजार के बीच सैलेरी है। बाकी शेष प्रोत्साहन राशि होती है, जिसमें एएनसी रजिस्ट्रेशन, प्रसव व टीकाकरण जैसी गतिविधियां शामिल हैं। अब ऐसा भी सकता है कि आशा ने क्लेम दिया और उसको जांचा नहीं गया और बाद में उसको भुगतान हो गया हो, इन सभी बातों पर जांच करने पर ही पता चलेगा।