2.5 हेक्टर भूमि से अतिक्रमण हटाए
प्रशासन के अनुसार बेरी गंगा वनखंड के मगजी की घाटी वन क्षेत्र में 14 पक्के बाड़ों व 8 कच्चे बाड़ों से भूमाफियाओं द्वारा 2.5 हेक्टर भूमि पर किए गए अतिक्रमणों को हटा दिया गया।
2021 में दायर की थी याचिका
पर्यावरणविद् रामजी व्यास ने 2021 में हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। याचिका में कहा गया कि मगजी की घाटी बेरी गंगा में करीब 2 हजार हेक्टेयर भूमि पर अतिक्रमण है। करीब 2 से 3 हजार मकान बन चुके हैं। यहां बिजली-पानी कनेक्शन भी है। जबकि यह संरक्षित वन क्षेत्र है। 1980 के वन संरक्षण अधिनियम की अवहेलना हो रही है। किसी भी वन भूमि को गैर वन भूमि में कनवर्ट राज्य सरकार नहीं कर सकती।
क्षेत्रवासी बोले- हमें परेशान किया जा रहा है
क्षेत्रवासियों ने कहा कि उन्हें बिना वजह परेशान किया जा रहा है। हर बार इसी जगह पर आकर अतिक्रमण हटाने के लिए कहा जाता है, जबकि निचली बस्ती में रहने वाले लोगों को नहीं हटाया जाता है।
हाईकोर्ट के समक्ष दूसरा पक्ष भी रखें
स्थानीय भाजपा नेता हनुमान सिंह खांगटा मौके पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि इस जमीन के बदले फलोदी में वन विभाग को जमीन दी गई है। इस स्थान की पत्रावली डायवर्जन के लिए चल रही है। अधिकारी इस बात को भी हाईकोर्ट के समक्ष रखें। सुबह यूं चला घटनाक्रम
- 7: 30 बजे पहुंचे अधिकारी
- 8: 00 बजे मौके पर पहुंचा पूरा जाब्ता
- 8: 10 बजे विरोध शुरू
- 8: 30 बजे तक चली समझाइश
- 8: 30 बजे से फिर विरोध शुरू
- 9: 30 बजे तक चला विरोध
- 9: 30 बजे शुरू की कार्रवाई
- 12: 30 बजे कार्रवाई खत्म
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