परिवहन विभाग में फरवरी-मार्च 2013 में गठित एनफोर्समेंट विंग के लिए राज्य सरकार ने डिप्टी कमिश्नर, डीटीओ, एआरटीओ स्तर के अधिकारी नियुक्त कर वाहन और अन्य संसाधन उपलब्ध कराए थे। जोधपुर में 6 फ्लाइंग बनाई गई, जिसमें प्रत्येक में 2-2 इंस्पेक्टर थे। जोधपुर विंग का क्षेत्राधिकार बीकानेर, हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर, पाली, सिरोही, आबूरोड, जैसलमेर तक था। सभी जिलों में अलग-अलग फ्लाइंग टीम बनाई गई थी। वर्तमान में कई जिलों में विंग अस्तित्व में ही नहीं है और कई जगह इक्का-दुक्का अधिकारी-कर्मचारी ही हैं।
इसलिए गठित हुई विंग अवैध वाहनों पर अंकुश लगाने, विभाग की रूटीन टीम को कार्रवाई में आ रही कठिनाई में मदद करने, अचानक छापामार कार्रवाई करने और विभाग का राजस्व बढ़ाने के लिए विंग का गठन किया गया था।
विंग के प्रमुख कार्य
– ओवरलोड, ओवरक्राउड वाहनों की परमिट जांचना
– बिना रजिस्ट्रेशन वाहनों की जांच
– बिना फिटनेस वाहनों की जांच
– बिना टैक्स अदा किए चल रहे वाहनों की जांच
– बिना लाइसेंस, इंश्योरेंस वाहनों की जांच
– ओवर हाइट वाहनों की जांच करना
इनका कहना है ‘मुझे अब इस विंग में लगाया गया है। विंग के स्टाफ के सहयोग से जल्द ही नेशनल हाइवे पर ओवरलोड, ओवरक्राउड व्हीकल्स पर प्रभावी कार्यवाही के प्रयास किए जाएंगे।
राजेन्द्र दवे, जिला परिवहन अधिकारी, एनफोर्समेंट विंग, परिवहन विभाग जोधपुर