रोजाना 50 हजार लीटर की खपत, 60 से अधिक ब्रांड जोधपुर में रोजाना पचास हजार लीटर घी की खपत होती है। यहां 60 से अधिक ब्रांड बाजार में हैं। इनमें दो दर्जन ब्रांड एगमार्ग भी नहीं हैं। पंजाब, ग्वालियर, जयपुर, गुजरात, दक्षिणी प्रांत व धौलपुर क्षेत्र से यहां घी पहुंच रहा है। यहां नकली घी माफिया सक्रिय हो चुका हैं। वे गुपचुप तरीकों से नामी ब्रांड के टीन में पॉम ऑयल से बने नकली घी को पैक कर बाजार में बेचने लगे हैं। असली जैसी पैकिंग के कारण आमजन इसमें फर्क समझ नहीं पाता है। माफिया इस नकली घी को होलसेल में 2 हजार रुपए प्रति टीन के हिसाब से बेच रहा है। रिटेल में यह माल पूरे दाम पर बिक जाता है। बाड़मेर, सुमेरपुर, बालोतरा व बीकानेर क्षेत्र से भी भारी मात्रा में नकली घी यहां पहुंच रहा है। सूत्रों की मानें तो रोजाना 3 हजार लीटर नकली घी जोधपुर में बिक रहा है।
खाद्य निरीक्षक चुप, पुलिस भी नहीं चेती घी की गुणवत्ता जांचने के लिए खाद्य निरीक्षकों को लगा रखा हैं, लेकिन ये समय पर जांच नहीं करते। इसका परिणाम यह है कि यहां नकली घी का कारोबार लगातार बढ़ रहा है। गत वर्ष पुलिस ने शहर के मंडोर क्षेत्र में नकली घी के दो प्लांट पकड़े थे, इसके बाद पुलिस भी चुप है। दोनों महकमों में ढिलाई आने के कारण यह कारोबार फल-फूल रहा है।
फैक्ट फाइल – जोधपुर 50- हजार लीटर खपत रोजाना 60- से अधिक ब्रांड घी के बाजार में 2 – हजार रुपए में नकली घी का टीन 400 – रुपए प्रति लीटर औसत भाव घी का
3- हजार लीटर नकली घी की खपत रोजाना नकली घी पर कोई अंकुश नहीं जोधपुर में नकली घी का कारोबार चरम पर है। इस पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। समय पर जांच नहीं होती। नकली घी माफिया आमजन की सेहत से खेल रहा है।
– दिलीप परिहार, होलसेल घी व्यापारी, जोधपुर कार्रवाई करते हैं समय-समय पर नकली घी के खिलाफ सैम्पल लेकर कार्रवाई करते है। इसकी जांच भी की जाती है। फिर से अभियान चलाकर कार्रवाई की जाएगी।
– रजनीश शर्मा, फूड इंस्पेक्टर, जोधपुर