पिछले दिनों नागरिक आपूर्ति खाद्य निगम के कार्मिकों ने जिला रसद अधिकारी (डीएसओ) राधेश्याम डेलू को इसकी शिकायत की। डीएसओ ने एफसीआई अफसरों से बात की तो डाला बंद कर दिया गया, लेकिन डाला वसूली का दबाव अब भी खत्म नहीं हुआ है।
दरअसल एफसीआई में लोडिंग-अनलोडिंग ठेका हो रखा है। ठेकेदार मजदूर को 1.50 रुपया प्रति कट्टा देता है। मजदूर 2.50 रुपए मांगते हैं। इसलिए वे शेष एक रुपया ट्रक ड्राइवर से लेते हैं। मना करने पर या तो ट्रक कट्टे कम भर दिए जाते हैं या काफी देर तक लदान रोक दिया जाता है। कई बार घटिया माल भी भर दिया जाता है।
सिरोही में ट्रक ड्राइवर्स ने सोमवार को ‘डाला’ देने से मना किया तो मजदूरों ने लदान ही नहीं किया। जैसलमेर व उदयपुर में भी ‘डाला’ वसूली का विरोध हो रहा है।
– राजेश पंवार, प्रबंधक, राजस्थान राज्य नागरिक खाद्य आपूर्ति निगम जोधपुर
– आनंद राठौड़, प्रबंधक, राजस्थान राज्य नागरिक खाद्य आपूर्ति निगम उदयपुर ‘मेरी डीएसओ से बात हुई थी। हमने पिछले महीने ही ‘डाला’ बंद कर दिया था। वैसे मेरे सामने कभी किसी मजदूर ने डाला नहीं लिया है। यह नियमानुसार गलत है। ’
जय सिंह सारण, डिपो प्रबंधक, भारतीय खाद्य निगम भगत की कोठी