सूत्रों के अनुसार पीएनबी की बालोतरा शाखा में कुछ वर्ष पहले लाखों रुपए के घोटाले की शिकायत मिली थी। सीबीआइ की जोधपुर शाखा की ओर से की गई जांच में आरोप सही साबित होने पर मैनेजर व अन्य के खिलाफ गबन का मामला दर्ज किया गया। इसी के तहत सीबीआइ की टीम रविवार सुबह छह बजे सरदारपुरा प्रथम ए रोड स्थित कॉम्प्लेक्स में सेवानिवृत्त बैंक मैनेजर के फ्लैट पहुंची और सघन तलाशी ली। शाम छह बजे तक चली तलाशी में कुछ दस्तावेज जब्त किए गए हैं।
आरोप है कि बालोतरा शाखा में बतौर बैंक मैनेजर रहते आरोपी के रिश्तेदारों ने दो-तीन करोड़ रुपए जमा कराए थे। जिनकी एफडीआर की गई थी। बैंक के मुख्यालय से स्वीकृति के बाद एफडीआर पर ब्याज अधिक दिया गया था, लेकिन बगैर स्वीकृति के इन एफडीआर का नवीनीकरण कर दिया गया था। वर्ष २०१६ में मैनेजर का स्थानान्तरण हो गया था। उसके बाद वो सेवानिवृत्त हो गए थे।
आरोप है कि बालोतरा शाखा में बतौर बैंक मैनेजर रहते आरोपी के रिश्तेदारों ने दो-तीन करोड़ रुपए जमा कराए थे। जिनकी एफडीआर की गई थी। बैंक के मुख्यालय से स्वीकृति के बाद एफडीआर पर ब्याज अधिक दिया गया था, लेकिन बगैर स्वीकृति के इन एफडीआर का नवीनीकरण कर दिया गया था। वर्ष २०१६ में मैनेजर का स्थानान्तरण हो गया था। उसके बाद वो सेवानिवृत्त हो गए थे।
गोपनीय रही तलाशी
बैंक मैनेजर चार-पांच साल पूर्व बालोतरा शाखा से सेवानिवृत्त हुए थे। अब उनके खिलाफ मामला दर्ज हुआ है। सीबीआई की दबिश के दौरान सेवानिवृत्त बैंक मैनेजर का पुत्र बाहर था। जो कार्रवाई का पता लगते ही घर पहुंच गया। कार्रवाई को लेकर सीबीआई ने पूरी गोपनीयता बरती। फ्लैट को पूरी तरह बंद रखा गया। किसी को भी अंदर प्रवेश नहीं करने दिया गया। कार्रवाई को लेकर कॉम्प्लेक्स में रहने वाले अन्य लोगों में दिनभर कौतूहल बना रहा।
बैंक मैनेजर चार-पांच साल पूर्व बालोतरा शाखा से सेवानिवृत्त हुए थे। अब उनके खिलाफ मामला दर्ज हुआ है। सीबीआई की दबिश के दौरान सेवानिवृत्त बैंक मैनेजर का पुत्र बाहर था। जो कार्रवाई का पता लगते ही घर पहुंच गया। कार्रवाई को लेकर सीबीआई ने पूरी गोपनीयता बरती। फ्लैट को पूरी तरह बंद रखा गया। किसी को भी अंदर प्रवेश नहीं करने दिया गया। कार्रवाई को लेकर कॉम्प्लेक्स में रहने वाले अन्य लोगों में दिनभर कौतूहल बना रहा।