तीन राज्यों में चला नियंत्रण कार्यक्रम
टिड्डी चेतावनी संगठन और कृषि विभाग की टीमों की ओर से शुक्रवार को तीन राज्यों राजस्थान, उत्तरप्रदेश और गुजरात के विभिन्न स्थानों पर नियंत्रण कार्य किया गया। जैसलमेर जिले के रामगढ़, बाड़मेर जिले के गिड़ा, छपरी, गडरा रोड जोधपुर के ओसियां, बाप, सेखाला, बीकानेर की कोलायत, नोखा, 2आरडी, गज्जेवाला, चुरू के बिदासर, झुंझनूं के मलाइसिसर, सीकर के फ़तेहपुर, करौली के हिंडोन में टिड्डी मारी गई। गुजरात के कच्छ जिले में कई जगह टिड्डी ऑपरेशन किया गया। उत्तर प्रदेश के औरैया और इटावा जिले में कई जगह टिड्डी नियंत्रण किया गया। अब तक करीब 2.80 लाख हेक्टेयर में टिड्डी नियंत्रण कार्यक्रम चलाया जा चुका है।
पाकिस्तान से अधिक दल आने की आशंका मानसून की पहली बरसात पडऩे के साथ ही अब पाकिस्तान से और अधिक टिड्डी दलों के आने की आशंका बढ़ गई है। पाकिस्तान में नेशनल इमरजेंसी के बावजूद वहां टिड्डी नियंत्रण के बाहर है।
स्ह्लशह्म्4 ष्टशस्रद्ग : ष्ट-36-छ्वष्ठ0021-1144869 पाकिस्तान से लगते बॉर्डर के 3 जिलों से घुसे टिड्डी दल —– फोटो 198. 216 – जैसलमेर के लोंगेवाला, बीकानेर के गुज्जेवाला और बाड़मेर के गडरा रोड से किया प्रवेश
– तेज हवा से कई टिड्डी दल उत्तरप्रदेश में इकठ्ठा हुए जोधपुर. इस सप्ताह पाकिस्तान से कोई टिड्डी दल नहीं आने से अधिकारियों ने राहत महसूस की थी लेकिन बीती शाम ही पहली बार एक साथ तीन टिड्डी दलों ने तीन जिलों सेप्रवेश किया। बीकानेर के गज्जेवाला, जैसलमेर के लोंगेवाला और बाड़मेर के गडरा रोड से तीन टिड्डी दल घुसे। एक के बाद एक तीन टिड्डी दलों के प्रवेश की सूचना से टिड्डी चेतावनी संगठन की टीमें हकरत में आई। शुक्रवार अलसुबह इन तीनों जिलों में ऑपरेशन शुरू करके टिड्डी मारी गई। यह टिड्डी जोधपुर भी पहुंच गई। यहां हेलीकॉप्टर की सहायता ली गई। टिड्डी दलों का यह प्रवेश पश्चिमी से पूर्व दिशा की तरफ चल रही तेज हवा के कारण हुआ है। इसी हवा के कारण राजस्थान के पूर्वी हिस्से में छितराई कई टिड्डी उडकऱ उत्तरप्रदेश में पहुंचकर इकठ्ठा हो गई।
तीन राज्यों में चला नियंत्रण कार्यक्रम
टिड्डी चेतावनी संगठन और कृषि विभाग की टीमों की ओर से शुक्रवार को तीन राज्यों राजस्थान, उत्तरप्रदेश और गुजरात के विभिन्न स्थानों पर नियंत्रण कार्य किया गया। जैसलमेर जिले के रामगढ़, बाड़मेर जिले के गिड़ा, छपरी, गडरा रोड जोधपुर के ओसियां, बाप, सेखाला, बीकानेर की कोलायत, नोखा, 2आरडी, गज्जेवाला, चुरू के बिदासर, झुंझनूं के मलाइसिसर, सीकर के फ़तेहपुर, करौली के हिंडोन में टिड्डी मारी गई। गुजरात के कच्छ जिले में कई जगह टिड्डी ऑपरेशन किया गया। उत्तर प्रदेश के औरैया और इटावा जिले में कई जगह टिड्डी नियंत्रण किया गया। अब तक करीब 2.80 लाख हेक्टेयर में टिड्डी नियंत्रण कार्यक्रम चलाया जा चुका है।
पाकिस्तान से अधिक दल आने की आशंका मानसून की पहली बरसात पडऩे के साथ ही अब पाकिस्तान से और अधिक टिड्डी दलों के आने की आशंका बढ़ गई है। पाकिस्तान में नेशनल इमरजेंसी के बावजूद वहां टिड्डी नियंत्रण के बाहर है।