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आखिर पुलिस की सख्ती के आगे टूटा लॉरेंस, हत्याकांड मामले में स्वीकार की ये बात

locationजोधपुरPublished: Jan 15, 2018 11:01:32 am

Submitted by:

Vikas Choudhary

रंगदारी के लिए मोबाइल व्यवसायी की गोली मारकर हत्या प्रकरण
 

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जोधपुर . रंगदारी के लिए शहरवासियों में फायरिंग का खौफ पैदा करने व मोबाइल व्यवसायी वासुदेव इसरानी की हत्या के मामले में आरोपी लॉरेंस विश्नोई लम्बे समय से जेल में बंद है, लेकिन इसके बावजूद मोबाइल पर उसकी अपने गुर्गों से बात होती रहती है। गिरोह के किसी साथी को कोई काम होता है तो वो जेल में उसके मोबाइल पर आसानी से सम्पर्क कर लेता है। मोबाइल व्यवसायी की हत्या के आरोप में रिमांड पर चल रहे लॉरेंस ने पूछताछ में यह स्वीकार किया है। हालांकि दस दिन रिमाण्ड के बावजूद वह हत्याकाण्ड में खुद की भूमिका को कबूल नहीं कर रहा है।

पुलिस के अनुसार प्रकरण में पंजाब के फाजिल्का में दुतारावाली निवासी गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई को चार जनवरी को फरीदकोट जेल से गिरफ्तार किया गया था। तब से वह पुलिस अभिरक्षा में है। रिमाण्ड अवधि समाप्त होने पर उसे सोमवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा। रिमाण्ड के दौरान उसने यह तो स्वीकार किया है कि उसके गैंग के गुर्गे मोबाइल पर उससे सम्पर्क में रहते थे। हालांकि वह वासुदेव हत्याकाण्ड के लिए हरेन्द्र को जिम्मेदार मान रहा है।गौरतलब है कि १७ सितम्बर की रात सरदारपुरा सी रोड पर व्यवसायी वासुदेव की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने अब तक लॉरेंस सहित १८ आरोपियों को गिरफ्तार किया है। १७ के खिलाफ कोर्ट में चालान पेश हो चुका है।
लॉरेंस ने खुद का सिर फोड़ा


गौरतलब है कि मोबाइल में रिकॉर्डिंग को लेकर चल रही पूछताछ में गत पांच जनवरी से पुलिस रिमाण्ड पर चल रहे लॉरेंस विश्नोई ने थाने में खुद का सिर फोड़ दिया। जिससे सिर में चोट आई। महात्मा गांधी अस्पताल ले जाकर प्राथमिक उपचार व मेडिकल जांच के बाद वापस थाने लाया गया था। प्रकरण में लॉरेंस की भूमिका को लेकर पुलिस के पास ठोस सबूत हैं। हरेन्द्र व लॉरेंस में बातचीत सबसे बड़ा साक्ष्य माना जा रहा है। जो हरेन्द्र के मोबाइल से बरामद हुई थी। लॉरेंस ने भले ही रिकॉर्डिंग में उसकी आवाज होने से इनकार किया हो, लेकिन पुलिस उसके इनकार को भी सरात्मक व मजबूत पक्ष मान रही है।
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