हिंदी मीडियम के बच्चों की टीसी थमाने पर चल रहा विवाद जिले भर में कई स्थानों पर अभिभावक अपने बच्चों का दाखिला वर्तमान में इंग्लिश मीडियम बनी स्कूल में कराना चाहते हैं, लेकिन सीटें निर्धारित होने के चलते कइयों का प्रवेश नहीं हो पाया। कई विद्यार्थी वर्तमान में इंग्लिश मीडियम स्कूलों में ही दूसरी पारी में हिंदी मीडियम चलाने की मांग व खुद की टीसी काटे जाने का विरोध कर रहे हैं। गौरतलब हैं कि जिले में अब तक 54 स्कूलों को अंग्रेजी माध्यम में रूपांतरित किया गया है। जिसमें से एक स्कूल प्रतापनगर में लॉटरी के बाद प्रवेश प्रक्रिया निरस्त कर दी गई। जिससे अभिभावकों में रोष है। ज्यादातर लोगों में सरकार की इंग्लिश मीडियम स्कूलों को लेकर जोरदार क्रेज हैं, लोग यहां दाखिला कराने के लिए भी खासे उत्साहित है।
स्कूल होंगे आधारभूत रूप से सुढृढ़
स्कूल होंगे आधारभूत रूप से सुढृढ़
इस योजना से स्कूल आधारभूत रूप से सुढृढ़ होंगे। समाज का जुड़ाव रहेगा। इन इंग्लिश मीडियम स्कूलों को लेकर प्रदेशभर में लोगों का जोरदार उत्साह है।
- प्रेमचंद सांखला, संयुक्त निदेशक, स्कूल शिक्षा, जोधपुर संभाग
- प्रेमचंद सांखला, संयुक्त निदेशक, स्कूल शिक्षा, जोधपुर संभाग
एक संसाधन में दोनों चल पाना मुश्किल एक ही परिसर व एक ही संसाधनों में दोनों माध्यम अंग्रेजी-हिन्दी चला पाना मुश्किल हो जाएगा। लेकिन अभी तक सरकार ने प्रस्ताव लिए है, अभी स्कूलों का संचालन होना शुरू नहीं हुआ है।
-मांगीलाल विश्नोई, पीइइओ, राउमावि आऊ।
-मांगीलाल विश्नोई, पीइइओ, राउमावि आऊ।