राज्यपाल ने कुलपतियों को निर्देश दिए कि विवि की ओर से गोद लिए गांवों का वे स्वयं प्रत्येक छह महीने में निरीक्षण करें। गांव में चल रहे विकास कार्यों की प्रगति के लिए दो प्रोफेसर व दस विद्यार्थियों की एक टीम गठित करें। गांव में साक्षरता दर, फ सलों की स्थिति, साम्प्रदायिक सद्भाव, खुले में शौच से मुक्ति, वर्षा से पूर्व तालाबों व जल संरचनाओं की स्थिति की समीक्षा करें। राज्यपाल ने विवि में सघन पौधारोपण करने व छात्रों को जिम्मेदारी देने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि कुलपति स्वयं एक घण्टा कक्षाओं व छात्रावासों का निरीक्षण करें। महिला छात्रावासों का निरीक्षण महिला प्रोफेसर्स से करवाएं। छात्रावासों के कमरों का निरीक्षण कर छात्रों के मन में विद्यार्थी जीवन से ही व्यवस्थित रहने का भाव जागृत करें। मैस में सफ ाई व्यवस्था के साथ भोजन की गुणवता का ध्यान रखें। राज्यपाल ने छात्रों के बेहतर स्वास्थ्य पर जोर दिया। उन्होंने छात्रों की खेलों के प्रति रुचि बढ़ाने, छात्रों की नियमित स्वास्थ्य जांच करने, गांधी विषयक संगोष्ठियां आयोजित करने की बात कही।
पेंशन के लिए सरकार से बात करेंगे बैठक में विश्वविद्यालयों कें कुलपतियों ने पेंशन संबंधी समस्याओं को राज्यपाल के समक्ष रखा, जिस पर राज्यपाल ने राज्य सरकार से बात करने का आश्वासन दिया। गौरतलब है कि जेएनवीयू सहित सभी विवि के पास अपने कार्मिकों को पेंशन देने के लिए धन का अभाव है। बैठक में जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय व आयुर्वेद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर राधेश्याम शर्मा, कार्यवाहक रजिस्ट्रार प्रो. पीके शर्मा, सरदार पटेल पुलिस विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार जेसी पुरोहित, कृषि विश्वविद्यालय के डायरेक्टर रिसर्च डॉ. बीआर चौधरी, डायरेक्टर एज्युकेशन डॉ. बीएस राजपुरोहित के साथ आयुर्वेद विवि के रजिस्ट्रार अतुलबल रतनू उपस्थित थे।
आज लौटेंगे जयपुर राज्यपाल तीन दिवसीय दौरे पर शुक्रवार शाम को परिवार सहित जोधपुर आए थे। तीन दिन तक वे अजीत भवन में ही रुके हुए हैं। विवि के साथ बैठक के अलावा उन्होंने किसी कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लिया। उन्हें रविवार को जाना था लेकिन अब वे सोमवार दोपहर को जयपुर के लिए प्रस्थान करेंगे।