यह वाकया करीब आधे घंटे चार-पांच किलोमीटर तक चला। जेसीबी चालक ने साइड नहीं दी और पीछे का हुक लहराकर चला। जोजरी नदी में अवैध खनन की शिकायतें अक्सर मिलती है, लेकिन सख्त कार्रवाई नहीं हो पाती है। मिड-डे मील के निरीक्षण के बाद शुक्रवार दोपहर सियारा से चौकड़ी खुर्द मार्ग पर एसडीएम ने नदी पर जेसीबी के जरिए बजरी का अवैध खनन देखा तो उन्हें रोकने का प्रयास किया तो बेखौफ बजरी माफियाओं ने एसडीएम को भी नहीं बख्शा।
जोजरी नदी बनी बजरी माफिया की चांदी जोजरी नदी बजरी के अवैध खनन के मामले में चांदी बनी हुई है। उपखंड क्षेत्र के खवासपुरा से लेकर बिनावस तक अवैध खनन वर्षों से चल रहा है। पूरी नदी खदान में बदल चुकी है। दिन-रात यहां बदस्तूर अवैध खनन हो रहा है। इससे जेसीबी, टै्रक्टर और डंपर चालकों की चांदी हो रही है। मोटी रकम मिलने के चक्कर में बजरी माफिया से चालक मिले हुए हैं।
ग्रामीणों की शिकायतों के बावजूद प्रशासन, पुलिस व खनन विभाग के अधिकारी कार्रवाई के नाम पर महज खानापूर्ति करते हैं। कई बार तो कार्रवाई से पहले ही बजरी माफियाओं के पास सूचना पहुंच जाती है। हालत यह है कि चौढा के पूर्व सरपंच भागीरथ चौधरी ने इनकी शिकायत की तो गुस्साए माफिया ने पुलिस के सामने ही उन्हें धमकी दे दी।
लाखों की चपत गांव वालों ने बजरी माफिया के खिलाफ कार्रवाई न होने से क्षेत्र में बजरी का अवैध खनन जोरों पर होने का आरोप लगाया इससे जोजरी नदी छलनी होने लगी है। बजरी माफिया प्रतिदिन बजरी से लाखों की चपत लगा रहे हैं।
कार्मिकों में रोष वारदात का पता लगते ही प्रशासनिक अधिकारी व कर्मचारियों में रोष व्याप्त हो गया। तहसीलदार वीरेन्द्रसिंह, विकास अधिकारी गणपतलाल सुथार, प्रधान सोनिया चौधरी, सरपंच संघ अध्यक्ष प्रमिला चौधरी एसडीएम से मिलने पहुंचे।
दहशत का माहौल एसडीएम की गाड़ी पर हमले से साफ है कि सरकार का बजरी माफिया पर कोई नियंत्रण नही है। बजरी माफिया और तस्करों के बेखौफ होने से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है।
रामनारायण डूडी, पूर्व सांसद