जोधपुर

VIDEO : जोधपुर में हैंडीक्राफ्ट उद्योग को यूं खोखला कर रहा जीएसटी, नहीं दूर हो रही निर्यातकों की टेंशन

काउंसिल ने २९ उत्पादों को हैण्डीक्राफ्ट मानते हुए उनको जीएसटी फ्री करने की घोषणा की थी।

जोधपुरFeb 11, 2018 / 03:48 pm

Amit Dave

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जोधपुर .जीएसटी के झमेले में मारवाड़ की रीढ़ की हड्डी कहे जाना वाला हैण्डीक्राफ्ट उद्योग फंस गया है और कृषि के बाद सबसे ज्यादा रोजगार देने वाला यह उद्योग हैण्डीकैप (पंगु) बन गया है। जीएसटी काउंसिल की गत 18 जनवरी को हुई बैठक में हैंडीक्राफ्ट की परिभाषा तय की गई। इस बैठक में हैण्डीक्राफ्ट के अंतर्गत रहने वाले उत्पादों व उनके हॉर्मनाइज्ड सिस्टम ऑफ नॉमेनक्लेचर (एचएसएन) कोड की घोषणा हुई। काउंसिल ने २९ उत्पादों को हैण्डीक्राफ्ट मानते हुए उनको जीएसटी फ्री करने की घोषणा की थी। इस बैठक के १८ दिन बाद भी काउंसिल ने इन २९ उत्पादों की सूची जारी नहीं की है। इससे जोधपुर सहित देशभर के हैण्डीक्राफ्ट उद्यमी व निर्यातक असमंजस में है कि कौनसे उत्पाद हैण्डीक्राफ्ट माने गए हैं।

यह तय की गई परिभाषा


काउंसिल की बैठक में हैण्डीक्राफ्ट की प्रस्तावित परिभाषा में कहा गया है कि जो चीज आर्टिस्टिक हो या जिनसे कल्चर या एथेनिक पहलु जुड़ा हो, उन्हें इस श्रेणी में रखा जाना चाहिए । या यूं कहे कि प्रस्तावित परिभाषा में कहा गया है कि हैण्डीक्राफ्ट वैसे सामान को माना जाए जिसको बनाने के लिए हाथ का अधिक इस्तेमाल किया गया हो, अगर इसमें टूल व मशीन का इस्तेमाल भी किया गया हो तो भी उसे इस श्रेणी में रखा जाना चाहिए । काउंसिल ने इसमें २९ उत्पाद रखे, लेकिन इन उत्पादों की सूची जारी नहीं की गई है।
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