जोधपुर

आखिर पकड़ में आए कच्छा बनियान गिरोह के सदस्य, हरियाणा पुलिस ने कार्रवाई कर जोधपुर पुलिस को सौंपे बदमाश

शहर में करीब तीन माह पूर्व आतंक मचाने वाले पारदी गिरोह को आखिर हरियाणा पुलिस ने पकड़ कर जोधपुर पुलिस के हवाले कर दिया। गिरोह के साथ अरोपियों का हरियाणा पुलिस बस में जोधपुर लेकर आई।

जोधपुरJul 16, 2019 / 01:44 pm

Harshwardhan bhati

आखिर पकड़ में आए कच्छा बनियान गिरोह के सदस्य, हरियाणा पुलिस ने कार्रवाई कर जोधपुर पुलिस को सौंपे बदमाश

जोधपुर. शहर में करीब तीन माह पूर्व आतंक मचाने वाले पारदी गिरोह को आखिर हरियाणा पुलिस ने पकड़ कर जोधपुर पुलिस के हवाले कर दिया। गिरोह के साथ अरोपियों का हरियाणा पुलिस बस में जोधपुर लेकर आई। जहां शास्त्रीनगर पुलिस ने आरोपियों को कोर्ट में पेश कर प्रोडेक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया। आरोपियों को हरियाणा व राजस्थान के तीन थानों की पुलिस ने अब विभिन्न मामलों में गिरफ्तार कर पूछताछ की है।
शास्त्रीनगर थाना क्षेत्र के बृजमोहन माली ने गत 3 मई को पुलिस ने रिपोर्ट दी कि गिरोह ने उसके व आस-पास के मकानों में चोरी का प्रयास किया था। इसके बाद आरोपियों ने कुछ ओर मकानों में भी सेंध लगाई थी। लेकिन कई महीनों की जांच पड़ताल के बाद भी गिरोह पुलिस के हाथ नहीं लगा। इस दौरान हनुमानगढ जिले के तलवाड़ा थाना पुलिस ने गिरोह के आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया। तलवाड़ा पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ के बाद जेल भिजवा दिया। इसके बाद हरियाणा के फरीदाबाद के सूरजकुण्ड थाना पुलिस ने आरोपियों को जेल से प्रोडेक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया। इसका पता जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट को लगने पर उन्होंने हरियाणा पुलिस से संपर्क किया।
जिस पर हरियाणा पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ के बाद सोमवार को गिरोह को बस में जोधपुर लेकर आए। जहां शास्त्रीनगर थाना पुलिस ने आरोपियों मध्यप्रदेश के धरनावदा में बिलाखेड़ी निवासी सत्यनारायण उर्फ सतु (27) पुत्र नाथूलाल पारदी, उदल (31) पुत्र जगन्नाथ पारदी, मुरारी (22) पुत्र जगन्नाथ पारदी, जग्गु उर्फ जगबहादूर (23) पुत्र नाथुलाल पारदी, जीतु (22) पुत्र मदन पारदी, रामदास (34) पुत्र रामरतन पारदी, रांझा (24) पुत्र भैराराम उर्फ भैरूसिंह पारदी, उसका भाई रामअवतार पारदी (34) को कोर्ट में पेश कर प्रोडेक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया।
वारदात का तरीका

पारदी गिरोह के सदस्य कच्छा बनियान पहनकर शरीर पर तेल लगाकर वारदात के लिए निकलते थे। आरोपी जूते-चप्पल हाथों में लेकर, कमर पर गमछा बांधते थे। घर में घुसने के लिए कई बार कुलर में नशीली दवा मिलाकर घर के सदस्यों को बेहोश कर देते या घर के दरवाजे व खिड़कियों की ग्रिल हटाकर अंदर प्रवेश करते थे। आरोपी अधिकतर चोरी रेलवे लाइन के पास स्थित मकानों की रैकी कर चौरी करते थे। चोरी के बाद ट्रेन में बैठकर दूसरे शहर जाते थे और वहां फिर से इसी तरीके से चोरियां करते थे।
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