सेशन कोर्ट ने 7 अप्रैल को सलमान खान के खिलाफ सुनाई गई निचली अदालत की सजा पर रोक लगाते हुए उन्हें सशर्त जमानत दे दी थी और सोमवार को होने वाली सुनवाई में उपस्थित रहने के आदेश दिए थे। जोधपुर में फिल्म हम साथ-साथ हैं की शूटिंग के दौरान उन पर हिरण का शिकार करने का आरोप लगा था।
उल्लेखनीय है कि करीब दो दशक पुराने इस मामले में गत पांच अप्रैल को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट जोधपुर की अदालत ने सलमान को दोषी करार देते हुए पांच साल का कारावास एवं दस हजार रुपए के जुर्माने की सजा सुनाई थी जबकि इस मामले में सहआरोपी अभिनेता सैफ अली खान और अभिनेत्री नीलम, सोनाली बेन्द्रे एवं तब्बू तथा एक अन्य व्यक्ति को संदेह के लाभ पर बरी कर दिया गया था। सजा सुनाने के बाद सलमान को जेल जाना पड़ा और सात अप्रैल को जिला एवं सत्र न्यायालय द्वारा जमानत मिल जाने के बाद वह रिहा हो गये थे। एक अक्टूबर 1998 में फिल्म हम साथ साथ हैं की शूङ्क्षटग के दौरान जोधपुर जिले के कांकाणी गांव में दो काले हिरण का शिकार करने के मामले में सलमान मुख्य आरोपी हैं।
सलमान खान : फ्लैश बैक
जोधपुर में 19 साल पहले हिरण शिकार प्रकरण में आरोपी बने सिने जगत के मशहूर अभिनेता सलमान खान राजश्री प्रोडक्शन की फिल्म हम साथ साथ हैं की शूटिंग करने के सिलसिले में जोधपुर आए थे। हिरणों के शिकार के आरोप में जब गिरफ्तार हुए थे तब वे अपने कैरियर के उठान पर थे। वे 19 बरस पहले धनतेरस पर शिकारी का टैग साथ ले गए थे और सावन में हीरो की छवि के साथ 19 जनवरी 2017 को एक केस में बरी होने पर उन पर लगा शिकारी का पहला दाग धुल गया था।
ये थे शामिल
बॉलीवुड स्टार सलमान खान,भोपाल के छोटे नवाब अभिनेता सैफ खान, अभिनेत्री तब्बू, सोनाली बेंद्रे और करिश्मा कपूर व हास्य अभिनेता सतीश शाह भी शूटिंग के लिए जोधपुर आए थे।जब शिकार की खबर आई पहले रात 9.30 बजे प्रारंभिक सूचना आई, फिर दस बजे चर्चा शुरू हुई और बाद में रात के एक बजे थे जब शिकार करने की खबर आई, मीडिया में हरकत हुई और लोग यह सोचने लगे कि क्या सच है और क्या सही है। इन 19 बरसों में कई आरोपी पृष्ठभूमि में चले गए और कइयों को विभिन्न सुनवाइयों के दौरान कोर्ट में भी देखा गया। उनकी गिरफ्तारी के समय अहम भूमिका निभाने वाले तत्कालीन पुलिस अधीक्षक अशोक पाटनी वीआरएस ले कर अब मुंबई में रह रहे हैं और कभी कभी जोधपुर आते रहते हैं।
बॉलीवुड स्टार सलमान खान,भोपाल के छोटे नवाब अभिनेता सैफ खान, अभिनेत्री तब्बू, सोनाली बेंद्रे और करिश्मा कपूर व हास्य अभिनेता सतीश शाह भी शूटिंग के लिए जोधपुर आए थे।जब शिकार की खबर आई पहले रात 9.30 बजे प्रारंभिक सूचना आई, फिर दस बजे चर्चा शुरू हुई और बाद में रात के एक बजे थे जब शिकार करने की खबर आई, मीडिया में हरकत हुई और लोग यह सोचने लगे कि क्या सच है और क्या सही है। इन 19 बरसों में कई आरोपी पृष्ठभूमि में चले गए और कइयों को विभिन्न सुनवाइयों के दौरान कोर्ट में भी देखा गया। उनकी गिरफ्तारी के समय अहम भूमिका निभाने वाले तत्कालीन पुलिस अधीक्षक अशोक पाटनी वीआरएस ले कर अब मुंबई में रह रहे हैं और कभी कभी जोधपुर आते रहते हैं।
जब सलमान खान पहुंचे जेल, जाते समय अफसरों ने कहा-सॉरी
मुझे याद है कि जब फिल्म के चॉकलेटी हीरो को असली जिंदगी के खलनायक की तरह जोधपुर सेंट्रल जेल में रखा गया था। यह अपने आप में जुदा केस था। जोधपुर से उनकी रवानगी का दिन यह शहर आज तक नहीं भूल सकता। यह 18 अक्टूबर 1998 की बात है। जवां दिलों की इस धडक़न के लिए सभी के दिल की धडक़नें बढ़ गई थीं। सलमान खान की चारों मामलों में रिहाई और उनकी इस शहर से विदाई की वेला कुछ यूं थी कि फर्ज की डोर से बंधे सरकारी अफसर रुंधे गले से कहते हुए दिखाई दिए, सॉरी सलमान। तब वन विभाग के दफ्तर के पास कुछ दिनों तक भीड़ रही थी।
मुझे याद है कि जब फिल्म के चॉकलेटी हीरो को असली जिंदगी के खलनायक की तरह जोधपुर सेंट्रल जेल में रखा गया था। यह अपने आप में जुदा केस था। जोधपुर से उनकी रवानगी का दिन यह शहर आज तक नहीं भूल सकता। यह 18 अक्टूबर 1998 की बात है। जवां दिलों की इस धडक़न के लिए सभी के दिल की धडक़नें बढ़ गई थीं। सलमान खान की चारों मामलों में रिहाई और उनकी इस शहर से विदाई की वेला कुछ यूं थी कि फर्ज की डोर से बंधे सरकारी अफसर रुंधे गले से कहते हुए दिखाई दिए, सॉरी सलमान। तब वन विभाग के दफ्तर के पास कुछ दिनों तक भीड़ रही थी।