गौरतलब है कि जोधपुर मंडल के अधीन संरक्षित स्मारक आनासागर बारादरी पर आने वाले पर्र्यटकों के लिए प्रवेश शुल्क लगाने के लिए कुछ साल पहले भी तैयारी की गई थी। उस दौरान सुबह के समय घूमने आने वाले लोगों ने विरोध किया तो मंडल ने इस प्रस्ताव को ठण्डे बस्ते में डाल दिया था। जोधपुर मंडल के अधीन संरक्षित स्मारकों में चित्तौडग़ढ़ दुर्ग , कुम्भलगढ़ दुर्ग में प्रत्येक भारतीय व विदेशी पर्यटक के लिए क्रमश: १५ रुपए व २०० रुपए का प्रवेश शुल्क पहले से ही निर्धारित है।
स्मारकों पर लगेंगे सीसीटीवी स्टाफ की कमी झेल रहे भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग ने संरक्षित स्मारकों पर पैनी नजर रखने के लिए सीसीटीवी लगाने शुरू कर दिए हैं। चित्तौडग़ढ़ दुर्ग के पद्मिनी महल में सीसीटीवी लगाए जा चुके हैं। कुम्भलगढ़ दुर्ग के बादल महल में सीसीटीवी लगाने के लिए टेण्डर प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है। विभाग की ओर से अन्य स्मारकों पर भी सीसीटीवी लगाए जाएंगे। विभाग के अधिकारियों का कहना है कि सीसीटीवी लगाए जाने से देशी व विदेशी पर्यटकों की गतिविधियों पर नजर रहेगी और स्मारकों की सुरक्षा बढ़ेगी। विभाग के अनुसार अजमेर के आनासागर बारादरी पर जिला प्रशासन ने कुछ साल पहले सीसीटीवी लगाए थे, लेकिन वर्तमान समय में वो खराब हो चुके हैं। आनासागर बारादरी पर प्रवेश लागू होने के साथ ही यहां पर सीसीटीवी लगाए जाएंगे।
बढ़ेगी जनसुविधाएं-
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के जोधपुर मंडल के अधीन ७३ संरक्षित स्मारकों में से चार स्मारक (चित्तौडग़ढ़ दुर्ग, कुम्भलगढ़ दुर्ग, सास-बहू का मंदिर-नागदा उदयपुर , मंदिर समूह आर्थुना बांसवाड़ा) का चयन आदर्श स्मारक के रूप में किया गया है। इन स्मारकों में पर्यटकों के लिए जनसुविधाएं बढ़ाई जाएगी।