नासिर ने बताया कि आसन में पहाड़ी से शनिवार रात भारी भरकम एक पत्थर सरक कर नीचे स्थित उसके व परिवार के मकान पर जा गिरा था, जिससे तीन-चार पट्टियां व दीवार टूट गईं। हादसे के समय खाजू के पुत्र सत्तार, गबरू, बाबूलाल, सलीम व मेहबूब का पूरा परिवार मौजूद था, लेकिन गनीमत है कि कोई चोटिल नहीं हुआ। अलबत्ता पहले से जर्जर मकान क्षतिग्रस्त हो गया और मलबे में तब्दील हो गया। पड़ोसी चांद भाटी के मकान को भी नुकसान पहुंचा। नागौरी गेट थानाधिकारी लूण सिंह मौके पर पहुंचे और मामले की जानकारी ली।
चट्टान का पत्थर गिरने से घरेलू सामान उसमें दब गया था, जिसमें गैस से भरा एक सिलेण्डर भी था। उसमें से गैस का रिसाव भी होने लग गया था। आसपास के लोगों ने पहले परिवार के लोग और फिर मलबा हटा कर सामान बाहर निकाल लिया। सिलेण्डर भी बाहर निकाल कर रिसाव बंद किया था।
चार-पांच वर्ष पूर्व भी उदयमंदिर आसन में पहाड़ी से पत्थर सरक कर नीचे स्थित मकानों पर गिरे थे। इसके बावजूद कई लोग अभी भी वहां रह रहे हैं। मेहबूब, सलीम व सत्तार का परिवार आर्थिक कमजोरी के चलते यहां रहने के लिए विवश है।