scriptन्याय के नए मंदिर में पहले ही दिन बना इतिहास | History made on the first day in the new temple of justice | Patrika News

न्याय के नए मंदिर में पहले ही दिन बना इतिहास

locationजोधपुरPublished: Dec 10, 2019 12:30:25 am

Submitted by:

yamuna soni

सभी 21 न्यायाधीशों ने अलग-अलग कोर्ट रूम में की सुनवाई

न्याय के नए मंदिर में पहले ही दिन बना इतिहास

न्याय के नए मंदिर में पहले ही दिन बना इतिहास


जोधपुर. राजस्थान हाईकोर्ट के झालामंड स्थित नए भवन में सोमवार से विधिवत रूप से न्यायिक कामकाज शुरू हुआ। पहले ही दिन इतिहास बनाते हुए मुख्यपीठ तथा जयपुर पीठ के सभी 21 न्यायाधीशों ने मामलों की सुनवाई की। ऐसा 1976 में जयपुर बेंच गठन के 43 साल बाद पहली बार हुआ है।
मुख्य न्यायाधीश इंद्रजीत महांति ने कोर्ट संख्या एक में सुनवाई प्रारंभ करने से पूर्व उपस्थित सभी अभिवक्ताओं का अभिवादन किया और उन्हें नए भवन की पुन: बधाई दी और कहा कि मैं न्याय के सिद्धांत का पालन करते हुए अंतिम व्यक्ति तक न्याय पहुंचाने में आप सबका सहयोग चाहता हूं। सुबह साढ़े दस बजे सभी 21 न्यायाधीशों ने एकलपीठ में और लंच ब्रेक से पहले दो खंडपीठों ने भी मामलों की सुनवाई की। दोनों पीठों के न्यायाधीशों की सुनवाई एक साथ सुनिश्चित करने के लिए सोमवार को जयपुर पीठ में अवकाश घोषित किया गया था।
उत्साह से लबरेज नजर आए अधिवक्ता
नए हाईकोर्ट भवन में अधिवक्ता पहले दिन उत्साह से लबरेज नजर आए। न्यायिक कार्यों में शिरकत करने के साथ अधिवक्ता पूरे परिसर का भ्रमण करते दिखाई दिए। हालांकि अधिकांश चैम्बर्स के दरवाजे नहीं खुलने से अधिवक्ता अपना चैम्बर व्यवस्थित नहीं कर सके, लेकिन विभिन्न अनुभाग देखने सहित सेंट्रल डोम में एक-दूसरे से चर्चाओं में मशगूल रहे। कई अधिवक्ताओं ने सेंट्रल डोम और गलियारों में सेल्फी भी ली। कई सुविधाएं सुचारू होने में समय लगेगा। इसलिए एंट्री कार्ड को लेकर सख्ती नहीं रखी गई है। नई मल्टीलेवल पार्किंग बनने तक भी अधिकांश अधिवक्ताओं के चारपहिया वाहन परिसर की सर्किल रोड के किनारे ही खड़े रहे।

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