एमडीएम अस्पताल के न्यूरो सर्जरी विभाग के मेल और फीमेल दोनों वार्डो में मरीजों के पलंग के नीचे कुल 30 सेंसर लगाए गए हैं जिनको सॉफ्टवेयर से जोड़ा गया है। मरीजों के पलंग पर उठने बैठने सहित विभिन्न गतिविधियों को यह सेंसर रिकॉर्ड करते हैं और इसकी सूचना सॉफ्टवेयर को मिलती रहती है। अधिक समय तक बेड पर कोई नही होने पर यह सेंसर बेड खाली की स्थिति बता देता है। यह सिस्टम आइआइटी जोधपुर के डॉ सुमित कालरा, डॉ रवि भंडारी, डॉ सुचेतना चक्रवर्ती, डॉ राजेंद्र नगर और डॉ देवाशीष दास ने तैयार किया है।
– प्रदेश के सरकारी और निजी समस्त अस्पतालों की बेड की स्थिति रियल टाइम रहेगी।
– इमरजेंसी के समय वेबसाइट पर खाली बेड देखकर मरीज को संबंधित अस्पताल ले जा सकेगा। उसे भटकना नहीं पड़ेगा।
– हॉस्पिटल के पास इस चीज का रिकॉर्ड रहेगा कि किसी विशेष समय में उसके कितने बेड खाली रहते हैं और भरे रहते हैं। इसके अनुसार अस्पतालों में बेड की संख्या में वृद्धि की जा सकेगी।
…………………….
प्रो शांतनु चौधरी, निदेशक, आइआइटी जोधपुर