जोधपुर. गांधी मैदान में 51 दिवसीय भक्तिरस महोत्सव में शनिवार को भगवान जगन्नाथ की विदाई पर श्रद्धालु भाव विह्वल होकर फफक पड़े। गांधी मैदान से रेलवे स्टेशन तक आयोजित जगन्नाथ विग्रह की विजय यात्रा में बड़ी संख्या में श्रद्धालु भजन संकीर्तन व नृत्य करते हुए चल रहे थे।
पालकी में विराजित भगवान जगन्नाथ पर जगह-जगह पुष्पवर्षा से विदाई दी। विजय यात्रा में भगवान जगन्नाथ के रेल कोच को विशेष रूप से सजाया गया। कथा स्थल पर शनिवार को भक्त चरित्र नरसीजी का मायरा प्रसंग में महंत संत रामप्रसाद ने कहा कि भगवान की कृपा सभी भक्तों पर समान रूप से बरसती है। भगवान स्वभाव से कृपालु हैं।
मीरा चरित्र के प्रसंग में बालव्यास राधाकृष्ण ने कहा कि उत्सव भगवद् भाव बढ़ाने के लिए किया जाता है। महोत्सव स्थल पर शाम के शहर के ग्वालबालों ने पौराणिक व देवी-देवताओं के वेशधारण कर उत्सव में भाग लिया। गांधी मैदान का मंडप भक्तों की उपस्थिति के सामने छोटा साबित हो गया।
हरियाली अमावस्या के उपलक्ष्य में राधा गोपाल हिंडोले में विराजमान कर महाआरती की गई। संत रामप्रसाद ने बताया कि सोमवार से भक्तिरस महोत्सव में सामुहिक नवाह्न परायण पाठ का आयोजन होगा। मंच पर 51 संतों के सानिध्य में संगीतमय सामूहिक पाठ किया जाएगा।