उप निरीक्षक महेन्द्र कुमार मीणा ने बताया कि पंजाब में पटियाला निवासी अमृतापुरी पत्नी नितेश अणिरावआइआइटी जोधपुर में मैकेेनिकल डिपार्टमेंट की सहायक प्रोफेसर हैं। उन्होंने मोबाइल नम्बर के आधार पर साइबर ठग गैंग के खिलाफ धोखाधड़ी व डरा धमकाकर अवैध वसूली का मामला दर्ज कराया।
खुद को बताया फेडेक्स एजेंट
आरोप है कि गत एक अगस्त को सात अलग-अलग नम्बर से उनके मोबाइल में कॉल आए थे। खुद को फेडेक्स एजेंट बताने वाले ठग ने कहा कि मुम्बई एयरपोर्ट पर सहायक प्रोफेसर का पार्सल आया है, जिसमें एमडीएम ड्रग्स, पासपोर्ट, क्रेडिट कार्ड मिले हैं। उसने मुम्बई क्राइम ब्रांच में शिकायत दर्ज करवाने की जानकारी दी। साथ ही क्राइम ब्रांच में कॉल कथित ट्रांसफर कर दिया। खुद को मुम्बई क्राइम ब्रांच से बताने वाले व्यक्ति ने सहायक प्रोफेसर से कहा कि मुम्बई एयरपोर्ट पर पार्सल से एमडीएमए ड्रग्स मिली है। उसकी पहचान संबंधी दस्तावेज गायब हो गए हैं। वह मनी लांड्रिंग केस में संदिग्ध पाई गईं हैं। यह राज्य की सुरक्षा के लिए खतरे का संकेत है। इस मामले की जांच होगी, जिसमें सहयोग करना होगा और उसे जेल भी हो सकती है।
दो लेन-देन ही होल्ड करवाए जा सके
साइबर ठगी का पता लगते ही सहायक प्रोफेसर ने साइबर क्राइम के हेल्पलाइन नम्बर 1930 पर शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस स्टेशन साइबर में भी शिकायत दी। पुलिस ने राशि होल्ड करवाने का प्रयास किया, लेकिन 500 व दस हजार रुपए ही होल्ड करवाए जा सके।