फिल्म में अजय देवगन, इमरान हाशमी, इलियाना डी क्रूज, ईशा गुप्ता, संजय मिश्रा व विद्युत जामवाल जैसे कलाकार नजर आएंगे। फिल्म के कुछ दृश्य जोधपुर परकोटे के भीतरी शहर ब्रह्मपुरी नवचौकिया क्षेत्र में भी शूट किए जाएंगे। गौरतलब है कि फिल्म की शूटिंग 16 नवंबर से जोधपुर में शुरू होनी थी, लेकिन नोटबंदी के चलते शूटिंग को टाल दिया गया। फिल्म के डायरेक्टर मिलन लूथरिया के साथ अजय देवगन ने पहले भी कच्चे धागे, चोरी-चोरी, वंस अपॉन अ टाइम इन मुंबई में साथ काम किया था। डायरेक्टर लूथरिया ने बताया कि एक्शन थ्रिलर फिल्म 70 के दशक की इमरजेंसी और उससे उपजे हालात पर आधारित होगी। फिल्म में अंकित तिवारी ने संगीत दिया है।
12 दिन तक शूटिंग की अनुमति सूरसागर महल परिसर में फिल्म की शूटिंग के लिए निर्माताओं ने 28 नवम्बर से 3 दिसम्बर और 8 से 13 दिसम्बर तक कुल 12 दिनों की अनुमति ली है। -बीएल मौर्य, अधीक्षक पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग जोधपुर वृत्त
READ MORE: बादशाहो की शूटिंग के लिए अजय देवगन पहुंचे जोधपुर, एक्टर की एक झलक पाने को बेताब रहे लोग 98 साल बाद टूटेगी सूरसागर महल की वीरानी वर्ष 1909 के बाद जोधपुर के इतिहास की अनेक घटनाओं के साक्षी रहे सूरसागर के वीरान महल में एक बार फिर रौनक लौटेगी। कैमरे के सामने लाइट और एक्शन गूंजेंगा। सूरसागर महल में 1909 में जब लार्ड किचनर जोधपुर आए तब उन्हें मारवाड़ की कला संस्कृति और स्थापत्य की जानकारी देने के लिए तत्कालीन महाराजा सरदारसिंह ने मारवाड़ में निर्मित वस्तुओं की एक प्रदर्शनी लगवाई थी। इस प्रदर्शनी का नाम ‘इण्डस्ट्रीयल एक्जीबिशन’ रखा गया। अब 98 साल बाद जोधपुर के स्थापत्य स्मारकों में से एक वीरान महल में इमरजेन्सी के हालात पर फिल्म निर्मित होगी, जिसे जोधपुर के स्थापना दिवस 12 मई को समूचे विश्व में प्रदर्शित किया जाएगा। फिल्म के महत्वपूर्ण दृश्य फिल्मांकन के लिए सूरसागर महल के खंडहर को जेल का रूप दिया गया है। इमरजेन्सी के समय के हालात को उभारने लिए नसबंदी के बैनर पोस्टर भी निर्मित किए गए हैं। शूटिंग स्थल पर किसी को जाने की अनुमति नहीं है।