पुलिस का कहना है कि मृतक हैण्डीक्राफ्ट का काम करता था। तीन साल पूर्व उसकी शादी हुई थी। उसने फाइनेंस कम्पनी से ऋण ले रखा था। कुछ समय से वह किस्तें नहीं चुका पा रहा था। इससे वह मानसिक अवसाद में था। उसे अंदेशा था कि कम्पनी के कर्मचारी किस्तें मांगने आ सकते हैं। वह दो-तीन दिन से शराब के नशे में था और आत्महत्या करने की बातें कर रहा था।
परिजन ने एम्स के फोरेंसिक मेडिसिन विभाग में सुमित की देह दान की। विभाग में यह पांचवीं देहदान है। सामान्यत: एम्स के एनाटॉमी विभाग में देहदान होता है। देहदान से पूर्व फोरेंसिक विभागाध्यक्ष डॉ. पुनीत सेठिया ने परिजन को देहदान की प्रक्रिया बताई। फिर पिता मोहनलाल ने देहदान करने का निर्णय किया। सीनियर रेजिडेंट डॉ. आशीष ने बताया कि इस देह का उपयोग एमबीबीएस व पीजी विद्यार्थियों के शोध के लिए किया जाएगा।
जिले के बाप थानान्तर्गत नोख रोड पर मनचिथिया गांव के पास गुरुवार देर रात तेज रफ्तार डम्पर की चपेट से ट्रैक्टर ट्रॉली पलट गई और बाइक में आग लगने से सेना का एक जवान जिन्दा जल गया। एक अन्य घायल को बीकानेर के अस्पताल रैफर किया गया है। थानाधिकारी दीपसिंह के अनुसार क्षेत्र के बावड़ी बरसिंगा गांव निवासी सैन्यकर्मी उम्मेदसिंह (25) पुत्र प्रतापसिंह और एक अन्य व्यक्ति देर रात मोटरसाइकिल पर नोख रोड से निकल रहे थे। मनचिथिया के पास पहुंचने पर तेज रफ्तार डम्पर ने ट्रैक्टर ट्रॉली को टक्कर मारी और बाइक को चपेट में लिया। डम्पर बाइक को दूर तक घिसटते हुए ले गया। जिससे उसमें आग लग गई और सेना में जवान उम्मेदसिंह आग की लपटों से घिर गया। जबकि उसके पीछे बैठा युवक उछलकर दूर जा गिरने से घायल हो गया। ट्रैक्टर ट्रॉली भी सडक़ किनारे पलट गई।
करवड़ थानान्तर्गत लोरड़ी पण्डित की व रलावास गांव के बीच होटल के सामने खड़े ट्रक में चढऩे के दौरान सिर के बल गिरने से एक चालक की मृत्यु हो गई। करवड़ थाना पुलिस ने पोस्टमार्टम करवा शव परिजन को सौंपा। पुलिस के अनुसार पंजाब में फतेहगढ़ साहिब जिले के खुमाणु गांव निवासी हरजीत सिंह (53) पुत्र मोहिन्दर सिंह और मंजीत सिंह अहमदाबाद से ट्रक लेकर बुधवार को पंजाब जा रहे थे। सुबह साढ़े दस बजे रलावास व लोरड़ी पंडितजी गांव के गांव के बीच एक होटल पर रूके। चाय व नाश्ता करने के बाद दोनों ट्रक में रवाना होने लगे। हरजीतसिंह ट्रक में चढऩे लगा। इस दौरान संतुलन बिगडऩे से वह सिर के नीचे गिर गया। सिर में गंभीर चोट लग गई। साथी चालक मंजीतसिंह उसे निजी अस्पताल ले गया, जहां से उसे महात्मा गांधी अस्पताल रैफर किया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। पुलिस ने मंजीत की रिपोर्ट पर मर्ग दर्ज कर शव परिजन को सौंपा।