दुर्लभ वन्यजीवों की संख्या पर सकारात्मक असर रीवाइल्डिंग एनक्लोजर बनने से थार की कई दुर्लभ प्रजातियों की संख्या पर भी सकारात्मक असर पड़ेगा। वन्यजीव विशेषज्ञों का का मानना है कि तिलोर, गोडावण सहित लुप्त हो रही कई प्रजातियों की संख्या में भी इजाफा हो सकेगा।
जोधपुर वनमंडल में गत तीन वर्षों में वन्यजीव रेस्क्यू व मौत के आंकड़े वर्ष --------------------रेस्क्यू दौरान मृत्यु ---------शिकार से मृत्यु ------- योग 2018-19 --------------1757-----------------------17 ---------------------1774 2019-20 --------------1239----------------------- 23 --------------------1262 2020-21--------------1358----------------------- 22----------------------1380
पहली बार फैंसिंग के लिए एन्करिंग पद्धति एन्क्लोजर निर्माण के तहत आरयन एंगल फिक्स कर उस पर चैनलिंक जाली लगाया जाना प्रस्तावित है । माचिया वनखण्ड मे अधिकतर चट्टानी भू - भाग हैं , ये चट्टानें कठोर प्रकृति की होने के कारण फेंसिंग की नीव के लिए खुदाई करना संभव नहीं हो पाता , पूर्व में इसी वन खण्ड मे स्थित माचिया जैविक उद्यान में एन्क्लोजर निर्माण के लिए फैंसिंग के लिए एन्करिंग पद्धति काम में ली गयी थी तथा इसी कारण वर्तमान में प्रस्तावित रीवाइल्डिंग एन्क्लोजर की फैंसिंग के लिए एन्करिंग पद्धति काम में लिया जाना प्रस्तावित है । इसके लिए टेंडर जारी हो गए हैं । रीवाइल्डिंग एनक्लोजर बनने से घायल वन्यजीवों को विचरण में सुविधा मिलेगी और वन्यजीवों की प्रकृति के अनुरूप आवास उपलब्ध कराया जाएगा। यह करीब एक साल में तैयार हो जाएगा ।
विजय बोराणा, उप वन सरंक्षक , वन्यजीव जोधपुर