scriptवेब ब्राउजर पर पैनोरमा व्यू बनाने वाली  वुमन टेक मेकर प्रोग्राम लीडर प्रोफेसर नौशीन से बातचीत | Interaction with Woman Techmaker Program Leader Professor Nosheen | Patrika News

वेब ब्राउजर पर पैनोरमा व्यू बनाने वाली  वुमन टेक मेकर प्रोग्राम लीडर प्रोफेसर नौशीन से बातचीत

locationजोधपुरPublished: Jul 14, 2019 02:55:00 pm

Submitted by:

M I Zahir

जोधपुर. देश की पहली वीमन इन्क्लुजिव कम्युनिटी ( Women Inclusive Community ) में शामिल व वेब ब्राउजर ( web browser ) पर पैनोरमा व्यू ( panorma view ) बनाने वाली ब्लूसिटी डॅाटर, वुमन टेक मेकर प्रोग्राम ( Woman Tech Maker program ) लीडर प्रोफेसर नौशीन खिलजी ( Professeor Nosheen khilji ) से बातचीत :
 
 

Interaction with Woman Techmaker Program Leader Professor Nosheen khilji

Interaction with Woman Techmaker Program Leader Professor Nosheen khilji

जोधपुर.साइबर टेक्नोलॉजी की जटिल दुनिया में भी एक्सपेरिमेंट कर एजुकेशल का एडवेंचर एन्जॉय किया जा सकता है। वेब ब्राउजर ( web browser ) पर पैनोरमा व्यू ( panorma view ) बना कर देश की पहली वीमन इन्क्लुजिव कम्युनिटी ( Women Inclusive Community ) में शामिल की गई मौलाना आजाद यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर नौशीन खिलजी ( Professeor Nosheen khilji ) टेक्नोलॉजी की दुनिया में एेसा ही गजब का कमाल कर रही हैं। गूगल वुमन टेक मेकर प्रोग्राम ( Google Woman Tech Maker program ) लीड कर रही ब्लूसिटी की डॉटर प्रोफेसर नौशीन ( Professeor Nosheen ) का मानना है कि कम्फर्ट जोन से बाहर जाकर दुनिया देखना जरूरी है। उनका कहना है कि हमारी हाई-टेक पसंद पीढ़ी को गहराई से सोचने की जरूरत है। तकनीक का सोच समझ कर और नॉलेज बढ़ाने के लिए ही इस्तेमाल होना चाहिए।
मोबाइल इन्सान को चलाएगा या इन्सान मोबाइल को चलाएगा
उन्होंने पत्रिका से एक मुलाकात में कहा कि आज मोबाइल रखना लगभग सभी लोग पसंद करते हैं, लेकिन उनसे पूछा जाए कि पढ़ाई कितनी देर की? मोबाइल इन्सान को चलाएगा या इन्सान मोबाइल को चलाएगा। यह फैसला यूथ को करना है कि वो हर वक्त गैर जरूरी तौर पर मोबाइल एडिक्ट हैं या नॉलेज के लिए मोबाइल यूज कर रहे हैं।
हुनर और आइडिया कनेक्ट
प्रोफेसर नौशीन ने एक सवाल के जवाब में कहा कि मैंने टेक्नो नॉलेज का सही इस्तेमाल किया है। आेपन सोर्स टूल्स उपयोग कर के ऑनलाइन कोड लेबिंग के माध्यम से एक भी पैसा खर्च किए बगैर हुनर और आइडिया को कनेक्ट किया है। उनके मुताबिक आेपन सोर्स में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, एप्लीकेशन प्रोग्राम इंटरफेस और रोबोटिक्स रेडिमेड फ्री उपलब्ध हैं।
वेब वीआर टेक्नीक इस्तेमाल कर इफैक्ट

उन्होंने कहा कि आम तौर पर किसी भी स्थान का 360 डिग्री पैनोरमा व्यू बनाने के लिए एप इंस्टॉल करना पड़ता है, लेकिन मैंने ओपन सोर्स यूज कर के वेब ब्राउजर पर ही 360 डिग्री तैयार करने की कोडिंग की है। इसके लिए ए फ्रेम पर जावा स्क्रिप्ट की वेब वीआर टेक्नीक इस्तेमाल कर इफै क्ट दिया है।
इको फ्रें डली एग्जामिनेशन सिस्टम डवलप
वे सनसिटी सहित देश के 30 सब चैप्टर हैं जो वीमन को टेक मेकर बनाने का काम कर रही हैं। नौशीन का शुमार राजस्थान की उन तीन लेडीज में होता है जिन्हें गूगल ने इको फ्रें डली एग्जामिनेशन सिस्टम डवलप करने के लिए चुना हैै। उनके आईईईई में ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर से जुड़े 4 जर्नल भी पब्लिश हो चुके हैं।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो