थाना पुलिस के इस रवैये को लेकर सोमवार को कई वाहन मालिक अपने चोरी गए वाहनों के मामलों की रिपोर्ट लेकर पुलिस कमिश्नर ऑफिस पहुंचे और पुलिस के इस रवैये को लेकर आक्रोश जताया। उल्लेखनीय है कि पत्रिका एक्सपोज टीम ने शनिवार को चोरी गए वाहन के मामले में पुलिस की निष्क्रियता को लेकर 21 फरवरी के अंक में ‘जोधपुर से चोरी बोलेरो की एनओसी नागौर में जारीÓ शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी, जिसके बाद रातानाड़ा थाने में वाहन चोरी की शिकायत दर्ज कराने वाले अन्य वाहन मालिक भी आगे आए और पुलिस कमिश्नर से भी मिले, लेकिन यहां भी उन्हें कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला।
इन मामलों में पुलिस की निष्क्रियता का आरोप इनके वाहन का नाम ही बदल दिया दुष्यंत सिंह ने बताया कि उनकी बोलेरो कैंपर 24 नवंबर की रात्रि चोरी हुई। पुलिस ने रिपोर्ट में वाहन का नाम ही बदल दिया है। रिपोर्ट के अनुसार महिन्द्रा की लोगान कार चोरी हुई है। वे अपने वाहन मिलने की उम्मीद में पुलिस के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन उचित जवाब नहीं मिल रहा।
पुलिस नहीं कर रही कार्रवाई देवेंद्र कुमार भाटी ने बताया कि उनकी स्पैलैंडर मोटर साइकिल रातानाडा से चोरी हुई। इन्होंने सीसीटीवी फुटेज निकलवाकर रातानाडा पुलिस को सौंपा, जिसमें वाहन चोर नजर आ रहा है। पुलिस कह रही है कि यह स्पष्ट नहीं है। पुलिस न तो खुद कार्रवाई कर रही है और न ही सीसीटीवी के आधार पर पता लगाने की कोशिश।
संपर्क पोर्टल पर गलत नंबर डाल दिया रातानाडा निवासी सुनील खोजा ने बताया कि उनकी बोलेरो आरजे-21, जीबी 7404 की चोरी 29 दिसम्बर को हुई, जिसकी नागौर से एनओसी जारी हो गई है। मामला सामने आने के बाद भी पुलिस आरोपियों का पता नहीं लगा रही है। वहीं संपर्क पोर्टल पर दर्ज शिकायत में वाहन का नंबर गलत डाल दिया है।
वापस भेज देती है पुलिस रिपुंज ओझा ने बताया कि उसकी बाइक सीबीजेड 15 दिसम्बर को चोरी हुई। वे कई बार थाने के चक्कर लगा चुके हैं, लेकिन पुलिस जांच चलने की बात कहकर उन्हें वापस भेज देती है।