क्या होगा म्यूजियम में दुनिया में सबसे ऊंची सरदार पटेल की प्रतिमा अनावरण के समय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने घोषणा की थी कि सरदार पटेल की प्रतिमा और अन्य पर्यटन आकर्षण देखने आने वाले सैलानियों को भारत के रजवाड़ों की भव्यता और देश की एकता और अखण्डता के लिए उनकी त्याग भावना के साथ-साथ सरदार पटेल के पुरुषार्थ की गाथा रजवाड़ों के म्यूजियम में प्रदर्शित की जाएगी। स्वतंत्रता के बाद भारत में विलीनीकरण को लेकर रजवाड़ों ने सरदार पटेल की मौजूदगी में हस्ताक्षरित करार दस्तावेज, उससे संबंधित फ ोटोग्राफ्स, भेंट-सौगातों की झांकी और ऐतिहासिक जानकारी म्यूजिय़म में प्रदर्शित की जाएगी। भव्य म्यूजियम के लिए कमेटी में जसोल के अलावा एसएस राठौड़ पूर्व अतिरिक्त मुख्य सचिव एवं मांधाता सिंह पूर्व राजपरिवार सदस्य राजकोट, रघुवीरसिंह सिरोही, जयपुर की दिया कुमारी, हावर्ड यूनिवर्सिटी में इतिहास के प्रोफेसर और गुजरात के पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग के निदेशक भी इसके सदस्य मनोनीत किए गए है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ‘पिकॉक इन दी डेजर्ट का आयोजन कर चुके जसोल करणीसिंह जसोल पहले भी भारत सरकार की ओर से गठित उच्च स्तरीय संग्रहालय प्रबन्धन कमेटी, संग्रहालय प्रबंधन समिति राजस्थान सरकार में सदस्य है। जूनागढ़ संग्रहालय बीकानेर और चौमोहल्ला संग्रहालय हैदराबाद में सलाहकार है। उनके नेतृत्व में हाल ही में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ‘पिकॉक इन दी डेजर्टÓ का आयोजन म्यूजियम ऑफ फ ाइन आर्ट ह्युस्टन अमरिका, सियोल संग्रहालय सियोल-कोरिया, म्यूजियम ऑफ फ ाइन आर्ट ह्युस्टन-अमरिका, सिएटल-अमरिका और रॉयल ओंटारिया संग्रहालय, टोरेण्टो में किया जा चुका है।