विश्वविद्यालय के विज्ञान संकाय में संगोष्ठी भवन, एमबीएम इंजीनियरिंग कॉलेज में परीक्षा भवन, कॉलेज के ही आर्किटेक्चर विभाग का पूर्वी स्टूडियो हॉल और पश्चिमी स्टूडियो हॉल का निर्माण करवाया गया है। चारों भवनों पर लाखों रुपए खर्च हुए हैं। विवि ने चारों भवनों के लोकार्पण का शिलालेख बनाया और लोकार्पण तिथि ८ दिसम्बर खुदवाई गई। चार दिन पहले ४ दिसम्बर को जेएनवीयू के १५वें दीक्षांत समारोह में भी एनवक्त पर राज्यपाल नहीं आए थे। एेसे में आठ दिसम्बर को राज्यपाल के आने की उम्मीद कम ही थी। एेसे में विवि प्रशासन कुलपति प्रो. आरपी सिंह के नेतृत्व में खुद ही शिलालेख लेकर राजभवन पहुंच गया। राजभवन में सभी औपचारिकताओं के साथ चारों शिलालेख का लोकार्पण किया गया। ये शिलालेख चारों भवनों के बाहर स्थापित किए जाएंगे।
शिलालेख देखने वाले सोचेंगे, राज्यपाल जोधपुर आए थे
चारों भवनों के शिलालेख पर राज्यपाल की ओर से कुलपति की उपस्थिति में लोकार्पण का लिखा है। अंत में संबंधित संकाय अधिष्ठाता का नाम है। शिलालेख पर यह कहीं भी अंकित नहीं है कि लोकार्पण जयपुर में किया गया है। लोकार्पित शिलालेख चारों भवनों में स्थापित करने के बाद अनभिज्ञ व्यक्ति को यही लगेगा कि ८ दिसम्बर २०१७ को राज्यपाल में जोधपुर थे और इन चारों भवनों का लोकार्पण उन्होंने किया था।
राज्यपाल नहीं आए, हम खुद ही पहुंच गए चारों भवनों का लोकार्पण राज्यपाल से करवाना था, इसलिए हम लोग शिलालेख लेकर राजभवन आ गए। राजभवन में राज्यपाल कल्याण सिंह ने इनका लोकार्पण किया।
प्रो. आरपी सिंह, कुलपति, जेएनवीयू जोधपुर