चुनाव आयोग के लिए भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड और इलेक्ट्रॉनिक कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ईवीएम मशीनें तैयार करता है। जेएनवीयू यहां से ईवीएम की खरीद कर सकता है। अब तक 3 जनरेशन ईवीएम बाजार में आ चुकी है। मार्क-1 ईवीएम ₹5500 की थी जो अब प्रचलन में नहीं है। वर्ष 2014 तक के चुनाव में मार्क-2 ईवीएम उपयोग में ली जा रही थी इसकी कीमत ₹8670 है। वर्तमान में ईवीएम की थर्ड जनरेशन यानी मार्क 3 ईवीएम आ चुकी है, जिसके साथ वीवीपैट मशीन भी लगी। इसकी कीमत 17000 प्रति यूनिट है। जेएनवीयू अपने छात्र संघ चुनाव में मार्क-2 ईवीएम का उपयोग कर सकता है जिसमें कंट्रोल यूनिट और बैलट यूनिट शामिल होती है।
वर्तमान में विश्व विद्यालय में बैलेट पेपर से छात्रसंघ चुनाव होते हैं जिसमें हर साल करीब ढाई लाख रुपए खर्च होते हैं। करीब ढाई सौ मतदान पेटी का उपयोग होता है। विवि के केंद्रीय कार्यालय में पिछले साल की मतदान पेटियों को खोल कर उन्हें साफ किया जा रहा है। साथ ही मतदान पेटी के ताले भी जांचें जा रहे हैं। अगर विश्वविद्यालय ईवीएम की खरीद करता है तो एकबारगी 10 से 15 लाख रुपए लगेंगे लेकिन हमेशा के लिए छात्र संघ चुनाव में सहूलियत हो जाएगी। जेएनवीयू ने जिला प्रशासन से जब ईवीएम मांगनी चाहिए, प्रशासन ने एक ईवीएम को किराए पर देने की कीमत ₹1लाख मांगी थी जो उसकी मूल कीमत से दस गुना से भी अधिक है।