पुलिस में दर्ज एफआइआर के मुताबिक 2 जून को रमेश की ओर से ड्यूटी पर देरी से पहुंचने के बाद अधिकारियों ने उसे उलाहना दिया था। इसके बाद एक मेजर, एक लेफ्टिनेंट, एक सूबेदार और दो सिपाही ने रमेश के साथ अमानवीय तरीके से मारपीट की। मारपीट के बाद घर वालों को सूचित किए बगैर उसे आर्मी के अस्पताल में भर्ती करा दिया गया। किसी तरह रमेश की ओर से अपने घर पर सूचना देने के बाद बिश्नोई समाज के लोग पुणे पहुंचे। समाज के लोगों को बड़ी मुश्किल से रमेश से मिलने दिया गया।
भोपालगढ़ निवासी रामनिवास विश्नोई ने बताया कि रमेश के साथ अमानवीय तरीके से बर्ताव करने के कारण समाज की ओर से संबंधित दोषी अधिकारियों के विरुद्ध कोर्ट मार्शल की मांग की गई है। अगर सेना उन्हें न्याय नहीं देती है तो वे अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे।
भोपालगढ़ निवासी रामनिवास विश्नोई ने बताया कि रमेश के साथ अमानवीय तरीके से बर्ताव करने के कारण समाज की ओर से संबंधित दोषी अधिकारियों के विरुद्ध कोर्ट मार्शल की मांग की गई है। अगर सेना उन्हें न्याय नहीं देती है तो वे अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे।