राज्य के कुछ जिलों में उपद्रव के मामलों की जांच करने के लिए गठित स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम (SIT) सोमवार को जोधपुर पहुंची और देर रात तक शहर के भीतरी क्षेत्र का जायजा लेकर आमजन से जानकारी हासिल की।
पुलिस महानिदेशक एमएल लाठर ने जोधपुर के साथ करौली व Bhilwara में उपद्रव की जांच के लिए गत दिनों अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (विजिलेंस) बीजू जॉर्ज जोसफ के नेतृत्व में छह अधिकारियों की एसआइटी का गठन किया था। जिसमें आइजी (अपराध) राजेन्द्रसिंह, पुलिस अधीक्षक (एसओजी) गौरव यादव, एएसपी (महिला अपराध व अनुसंधान सैल करौली) किशोर बुटोलिया, एसीपी (पश्चिम) चक्रवतीसिंह व भीलवाड़ा में सीओ (सदर) रामचन्द्र को शामिल किया गया है।
एसआइटी सोमवार रात जोधपुर पहुंची। पुलिस कमिश्नर नवज्योति गोगोई से मुलाकात करने के बाद एसआइटी ने भीतरी क्षेत्र का जायजा लिया। चाकू से हमले में दीपकसिंह के घायल होने वाले क्षेत्र सुनारों का बास में एसआइटी ने स्थानीय लोगों से बातचीत की और उपद्रव के पीछे मुख्य कारणों को जानने का प्रयास किया। एसआइटी के सदस्य कबूतरों का चौक से लेकर उपद्रव से प्रभावित भीतरी क्षेत्र में घूमे और मामले से जुड़े लोगों से फीडबैक लिया। देर रात टीम जालोरी गेट सर्किल आई, जहां से फिर सर्किट हाउस लौटी।
एक माह में देनी है रिपोर्ट
एक माह में देनी है रिपोर्ट
एसआइटी का गठन उपद्रव के पीछे कारणों का पता लगाना है। ताकि यह पता लगाया जा सके कि तीनों जिलों में उपद्रव के पीछे समान कारण हैं या कोई अलग-अलग वजह हैं। एसआइटी को एक माह में सरकार के समक्ष जांच रिपोर्ट पेश करनी है।