दरअसल, पिछले तीन दिनों से चल रहे तूफानी अंधड़ ने जहां एक तरफ डिस्कॉम की विद्युत तंत्र को उखाड़ दिया है, वहीं दूसरी तरफ तूफानी अंधड़ से जोधपुर लिफ्ट कैनाल के आस-पास के क्षेत्र में पेड़ों के उखडकऱ कैनाल गिरने के कारण जलप्रवाह प्रभावित हुआ है। कैनाल में गिरे पेड़ों से जलापूर्ति व्यवस्था गड़बड़ाने की आशंकाओं को देखते हुए रखरखाव एजेंसी ने मशीनें व मजदूर तैनात करके पेड़ों को पानी से बाहर निकालने का निकालने का कार्य किया गया।
कैनाल से बाहर आ जाता पानी
तूफानी अंधड़ से जोधपुर लिफ्ट कैनाल के अलग-अलग हिस्सों में गिरे पेड़ों के कैनाल फंसने के कारण बहाव प्रभावित होने से कैनाल चॉक होने का अंदेशा था। जिससे कैनाल का पानी बाहर की तरफ भी आ सकता था। अंधड़े से उखड़े पेड़ कैनाल के आरडी 32,62,45 व 134 के पास कैनाल में गिर गए तथा कैनाल में फंस गए। इससे कुछ जगहों पर कैनाल की दीवारें भी टूट गई।
तूफानी अंधड़ से जोधपुर लिफ्ट कैनाल के अलग-अलग हिस्सों में गिरे पेड़ों के कैनाल फंसने के कारण बहाव प्रभावित होने से कैनाल चॉक होने का अंदेशा था। जिससे कैनाल का पानी बाहर की तरफ भी आ सकता था। अंधड़े से उखड़े पेड़ कैनाल के आरडी 32,62,45 व 134 के पास कैनाल में गिर गए तथा कैनाल में फंस गए। इससे कुछ जगहों पर कैनाल की दीवारें भी टूट गई।
मशीनें व कर्मचारी जुटे पेड़ निकालने
कैनाल की रखरखाव एजेंसी जीसीकेसी के भगवानदास पुरोहित ने बताया कि अंधड़ से कैनाल में पेड़ गिरने के बाद कैनाल के चॉक होने का अंदेशा रहता है। जिस पर तुरंत प्रभाव से मजदूर, जेसीबी व वाहन मौके पर भेज दिए गए थे तथा सभी जगहों से कार्य पूरा कर लिया गया। जहां से कैनाल क्षतिग्रस्त हुई है। वहां शीघ्र ही मरम्मत करवाई जाएगी।
कैनाल की रखरखाव एजेंसी जीसीकेसी के भगवानदास पुरोहित ने बताया कि अंधड़ से कैनाल में पेड़ गिरने के बाद कैनाल के चॉक होने का अंदेशा रहता है। जिस पर तुरंत प्रभाव से मजदूर, जेसीबी व वाहन मौके पर भेज दिए गए थे तथा सभी जगहों से कार्य पूरा कर लिया गया। जहां से कैनाल क्षतिग्रस्त हुई है। वहां शीघ्र ही मरम्मत करवाई जाएगी।