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निगम की वित्तीय हालत को कैसे सुधारा जा सकता है? मेयर : वित्तीय स्थिति सुधारने के काफी प्रयास किए गए हैं, लेकिन वह बार-बार बिगड़ जाती है। हम जल्द ही बड़ी नीलामी करेंगे, जिससे निगम की वित्तीय स्थिति सुधरेगी। इसके अलावा एयरपोर्ट विस्तार के लिए दी गई जमीन से भी निगम को करीब 80 करोड़ रुपए मिलेंगे। इससे निगम की वित्तीय स्थिति सुधरेगी।
विकास और सरकार के कामकाज की शुरुआत सफाई से होती है, लेकिन निगम इस प्राथमिक कार्य में ही हर बार फेल नजर आता है। सफाई के मोर्चे पर निगम कब फस्र्ट क्लास फस्र्ट पास होगा?
मेयर : अभी जो स्थिति है सफाई की, उससे संतोष नहीं है। शहर की मुख्य सड़कों पर बेहतर सफाई हो रही है। शहर के अंदरूनी भागों में अभी तक सफाई की स्थिति सुधरी नहीं है। वैसे जो भी शहर सफाई में अव्वल रहता है, वहां पर घर-घर कचरा संग्रहण की व्यवस्था है। अब हम भी घर-घर कचरा संग्रहण योजना को प्रभावी रूप से शुरू करेंगे। उसका तकमीना भी तैयार कर लिया गया है। साथ अब हम जयपुर निगम के अनुसार ही शहर में यह आदेश भी निकालेंगे कि शहरवासी घरों का कचरा सुबह 9 बजे तक सड़कों पर डाल दें, ताकि सफाई कर्मचारी उसे उठाकर ले जाए। इस योजना को प्रभावी तरीके से शुरू करने के लिए निगम की टीम लगी हुई है।
READ MORE: पति की रुसवाई पर पत्नी ने कर डाला एेसा दर्दनाक काम, डेढ़ साल के मासूम पर भी नहीं दिखाई दया यह अक्सर कहा जाता है कि मेयर ईमानदार हैं, लेकिन निगम भ्रष्ट है। आपकी ईमानदारी अगर जनता के काम नहीं आए, तो जनता को क्या लाभ?
मेयर : आने वाले समय में फायदा मिलेगा। मैं यह नहीं कहता कि मुझे ईमानदारी का सर्टिफिकेट मिले। निगम में ईमानदारी उसी वक्त हो सकती है, जब इसमें जनता का सहयोग मिले। गलत काम करवाने के लिए जो लोग पैसे देते हैं, उन पर रोक लगाने के लिए जनता का काम समय पर निगम द्वारा कर दिया जाएगा। डेढ़ साल में काफी सुधार हुआ है और हमारा प्रयास रहेगा कि निगम में होने वाले समस्त कार्यों को ऑनलाइन कर दिया जाए, ताकि भ्रष्टाचार को बढ़ावा तक नहीं मिले।
READ MORE: यह निगम अब नहीं रहेगा कंगाल, जानिए कैसे? आरोप लगते रहे हैं और भ्रष्टाचार स्थानीय सरकार की राह में सबसे बड़ा रोड़ा है। इस रोड़े को हटाने के लिए मेयर के रूप में आपने क्या किया और बचे हुए कार्यकाल की योजना क्या है?
मेयर: मैं व्यक्तिगत रूप से भ्रष्टाचार के खिलाफ हूं। मैं खुद चाहता हूं कि जो भी भ्रष्टाचार में लिप्त है, उसे जनता बेनकाब करें। निगम ने भ्रष्टाचार के मामले में बड़ा निर्णय लिया कि जो कर्मचारी एसीबी में रंगे हाथों रिश्वत लेते हुए पकड़े गए, उनकी अभियोजन की स्वीकृति दी गई। कर्मचारियों ने हड़ताल भी की, लेकिन निगम अपने निर्णय से नहीं हटा। मेरा मानना है कि जनता के काम निश्चित समय सीमा पर हो जाए तो निगम से भ्रष्टाचार खत्म हो जाएगा। मेरा प्रयास रहेगा कि जनता को मैं भ्रष्टाचार मुक्त निगम दूं।
इन दिनों यूडी टैक्स के मामले में निगम बहुत ज्यादा सक्रिय है। यूडी टैक्स जैसे मुद्दे पर निगम को शुरुआत में ही कार्रवाई शुरू नहीं कर देनी चाहिए? मेयर : लोगों को शहर में विकास चाहिए तो यूडी टैक्स भी जमा करवाना होगा। यूडी टैक्स से शहर का ही विकास होता है। निगम की कमाई करों के माध्यम से ही है। निगम कोष में रुपए आएंगे तो निश्चित रूप से शहर का विकास होगा। कोई लोग यूडी टैक्स जमा करवाने का विरोध करते हैं तो वे शहर के विकास को लेकर गंभीर नहीं है।
READ MORE: इक्कीसवीं सदी में भी महिलाओं को अधिकारों से वंचित करना सदमे जैसा: हाईकोर्ट निगम को पूरे राजस्थान में एलईडी लगाने के लिए प्रथम स्थान मिला, लेकिन मंदिर और मस्जिद में अभी तक एलईडी लाइटें नहीं लग पाई है। कब तक काम शुरू हो सकता है?
मेयर : हमारी भी मंशा है कि मंदिर और मस्जिद में एलईडी लगाई जाए। सरकार की ओर से जैसे ही ऑर्डर मिलेगा, मंदिर और मस्जिद में एलईडी लगाने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा।